अनमोल होते है ज्ञान के सूत्रअनमोल होते है ज्ञान के सूत्र
एक युवक ने विवाह के दो साल बाद परदेस जाकर व्यापार की इच्छा पिता से कही, पिता ने स्वीकृति दी तो वह अपनी गर्भवती पत्नी को अपने माँ-बाप के जिम्मे छोड़कर व्यापार को चला गया। परदेश में मेहनत से बहुत धन...
View Articleबेहद पुण्यदायी है वरूथिनी एकादशी का व्रतबेहद पुण्यदायी है वरूथिनी एकादशी का व्रत
वरूथिनी एकादशी: क्या आपने यह नाम पहले कभी सुना है? दरअसल यह भगवान श्रीकृष्ण की आराधना का दिन हैं इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की आराधना कर व्रत रखा जाता है. तीर्थों में स्नान, दान और भगवान श्री कृष्ण के...
View Articleसपना पूरा करना है तो बढ़ाना होगा पहला कदमसपना पूरा करना है तो बढ़ाना होगा पहला कदम
हम अक्सर ऐसे कई लोगो से मिलते है जो डॉक्टर,इंजीनियर,एक्टर या फिर बकील बनना चाहते है लेकिन वे यह कहकर घर बैठ जाते है की हमारी किस्मत में ही नहीं है यह सब करना लेकिन यह भी सच है कि वाकई में आप कुछ करना...
View Articleकण कण में बसता हे भगवानकण कण में बसता हे भगवान
मंदिर मस्जिद मे, कौन से रब को, ढूंढने है तू जाता। सारे तीर्थ तुझे, तेरे घर मे ही मिलेंगे। जरा गौर से देख, अपने बूढ़े माँ बाप को। वृद्धाश्रम मे छोड़, जिनको तू सताता है। और लगा तिलक माथे पर, आडंबर तू...
View Articleक्षमा करने वाले व्यक्ति की ही हमेशा होती है इज्जत और सम्मानक्षमा करने वाले...
व्यक्ति बदला लेकर हमेशा दूसरे को नीचा दिखाना चाहता है, पर इस प्रयास में वो खुद बहुत नीचे उतर जाता है. इसी विचार को सिद्ध करती एक प्रेरणादायक कहानी- एक बार एक धोबी नदी किनारे की शिला पर रोज की तरह कपडे...
View Articleअपनी किस्मत अपने हाथो में ही होती हैअपनी किस्मत अपने हाथो में ही होती है
सफलता पाने के लिए सभी लोग कोशिश करते है। फिर भी सफल नहीं हो पाते इसलिए किस्मत को दोष देना सही नहीं है यदि आपना अपना 100 फीसदी लगाया है। तो आप असफल हो ही नहीं सकते जरुर आपके प्रयास में ही कोई कमी रही...
View Articleसोच के मायाझाल में फँसी वैज्ञानिक जिंदगी व उसके आविष्कारसोच के मायाझाल में...
सदियों से वैज्ञानिकों के आविष्कार कौतुहल भरे रहे है जो विज्ञान के यथार्थ व उसके जीवन में महत्व को समझाते है और समाज को विकास की एक पीढ़ी आगे ले जाते है | इससे भी ज्यादा आश्चर्य वैज्ञानिकों की जिंदगी व...
View Articleगुरू के रहते हुए अंहकार नहीं उत्पन्न हो सकतागुरू के रहते हुए अंहकार नहीं...
जब मैं था तब गुरू नहीं, अब गुरू हैं मैं नाहिं। प्रेम गली अति सांकरी, तामें दो न समांहि।। अर्थात-जब अंहकार रूपी मैं मेरे अन्दर समाया हुआ था तब मुझे गुरू नहीं मिले थे, अब गुरू मिल गये और उनका प्रेम रस...
View Articleबातो से ही हो जाती है इंसान की पहचान : प्रेरणादायक कथाबातो से ही हो जाती है...
एक राजा अपने अनुचरों के साथ वन विचरण के लिए निकला। मार्ग में उसे तीव्र प्यास लगी। राजा ने देखा कि पास ही एक झोंपड़ी थी, जिसके बाहर पानी से भरा एक मटका रखा था। राजा ने एक अनुचर को उसमें से पानी लाने को...
View Articleआखिर क्यों नहीं है अक्षय तृतीया पर वैवाहिक आयोजन?आखिर क्यों नहीं है अक्षय...
इंदौर: आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हर वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर आप किसी न किसी वैवाहिक समारोह में व्यस्त होते हैं लेकिन इस बार न तो आपको मंडप के दर्शन हो रहे हैं और न ही...
View Articleसभी कार्यो में सर्वप्रथम श्री गणेश का आहवान क्यों?सभी कार्यो में सर्वप्रथम...
कोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले भगवान गणेश की पूजा जरूर की जाती है. इस तरह की स्थिति को हम श्री गणेश के नाम से भी जानते हैं. अब मन में सवाल उठता है कि आखिर क्यों भगवान श्री गणेश की पूजा अन्य देवताओं...
View Articleप्यार सच्चा हो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने की कोशिश करती हैप्यार सच्चा हो...
एक 14 साल के लडके को अपनी ही कलास कि एक लडकी से प्यार हो गया। जिसकी उम्र 10 साल कि थी जो बहुत अमीर और खुबशुरत थी। वह लडका अपने प्यार का इजहार करना चाहता था, पर उसे अपनी गरीबी के अहसास ने कभी उस लडकी...
View Articleरूप है तेरा एक किसी ने समझा जगत पिता, तो किसे ने पैर का जूतारूप है तेरा एक...
एक ट्रक में मारबल जा रहा था। उसमें एक भगवान की मूर्ति, और चकोर टाइल्स साथ- साथ जा रही थी। रास्ते में आपस में टकराते हुए टाइल्स ने भगवान् की मूर्ति से कहा भाई उपर वाले के द्वारा हम दोनों के साथ यह...
View Articleमूषक को ही क्यों चुना गणेश ने अपना वाहनमूषक को ही क्यों चुना गणेश ने अपना वाहन
गणेश जी की बुद्धि का हर कोई कायल है. तर्क-वितर्क में हर कोई हार जाता था. एक-एक बात या समस्या की तह में जाना, उसकी मीमांसा करना और उसके निष्कर्ष तक पहुंचना उनका शौक है. चूहा भी तर्क-वितर्क में पीछे...
View Articleमैं भी एक दिन कूड़े का ट्रक बन जाउंगामैं भी एक दिन कूड़े का ट्रक बन जाउंगा
एक दिन एक व्यक्ति ऑटो से रेलवे स्टेशन जा रहा था। ऑटो वाला बड़े आराम से ऑटो चला रहा था कि अचानक ही एक कार पार्किंग से निकलकर तेज गति से रोड़ पर आ गयी। ऑटो चालक ने तेजी से ब्रेक लगाया, तब जाकर कार ऑटो से...
View Articleआप जो कार्य कर रहे हैं क्या वह सही है?आप जो कार्य कर रहे हैं क्या वह सही है?
एक पहलवान जैसा, हट्टा-कट्टा, लंबा-चौड़ा व्यक्ति सामान लेकर रेलवे स्टेशन पर उतरा। उसनेँ एक टैक्सी वाले से कहा कि मुझे साईँ बाबा के मंदिर जाना है। टैक्सी वाले ने कहा 200 लगेँगे। उस पहलवान आदमी नेँ अपने...
View Articleआत्मज्ञान से "मैं" को जानेंआत्मज्ञान से "मैं" को जानें
यह संसार सागर जड़ और चेतन को धारण किये हुए है । इस संसार में हम जड़ पदार्थों से निर्मित बाह्य दृष्यमय जगत की उपलब्धि तो कर ही लेते हैं, परंतु इसके पीछे सत्ता स्वरूप चेतन तत्व का आभास तक नहीं होता।...
View Articleइंसानियत से ही झलकता है इंसान का असली रूपइंसानियत से ही झलकता है इंसान का...
मानव रूपी तन पाने के बाबजूद भी इस संसार में लोगो के विचार ,और भावनाएं कुछ अलग ही होती है सभी के अंदर मानवता का भाव नहीं होता है मानव का असली रूप तो दया , धर्म परोपकार ,पुण्य आदि से झलकता है इंसानियत...
View Articleसत संगति और सच्चा मन - अब बदले हमसत संगति और सच्चा मन - अब बदले हम
इस जगत में मानव जीवन में भावना और विचारों की श्रेष्टता का होना बहुत ही जरुरी होता है. जो उसे इस संसार सागर में एक अच्छी पहचान के रूप में प्रस्तुत करता है. श्रष्टि की इस रचना में मानव श्रेष्ठ है, वह...
View Articleभगवान के साथ मनाऐंगे नया सालभगवान के साथ मनाऐंगे नया साल
अंग्रेजी कैलेंडर के नववर्ष 2016 की शुरूआत में जहां आधुनिक और बड़े शहरों में सुबह की शुरूआत सेलिब्रेशन से और मध्यरात्रि में उत्साह के साथ होगी वहीं छोटे और धार्मिक शहरों में नववर्ष की पूर्व संध्या पर...
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