मछली घर यानी समृद्धि का पिटारामछली घर यानी समृद्धि का पिटारा
भाग्यशाली बनने के लिए, लक्ष्य की दिशा में कर्म करना होता है, ताकि समृद्ध हो सकें। लेकिन फेंगशुई में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें आजमाकर भाग्यशाली बन सकते हैं। ये उपाय हममें से कई लोग अमूमन करते...
View Articleकुरआ़न के नाजिल होने का वक्तकुरआ़न के नाजिल होने का वक्त
रमजान को सब्र का महीना भी कहा जाता है। और सब्र को जन्नत के बराबर माना जाता है। यह महीना समाज के गरीब और जरूरतमंद बंदों के साथ हमदर्दी का महीना है। इस्लामिक कैलेंडर का नवां महीना नेकियों का महीना माना...
View Articleशादी के समय यहाँ नहीं लिए जाते है फेरेशादी के समय यहाँ नहीं लिए जाते है फेरे
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार जब किसी का विवाह होता है तो पहले लड़का-लड़की की कुंडली देखी जाती है फिर मुहूर्त और फिर पारंपरिक तरह से शादी। शादी के रीति-रिवाज अलग हों लेकिन अग्नि के सामने सात फेरे...
View Articleकैसे हर व्यक्ति होता है साधुकैसे हर व्यक्ति होता है साधु
हमें वही साधु सच्चे रूप में स्वीकार है, जिसमें साधुत्व भरा हो। आम धारणा यही है कि साधु हो तो वह ब्रह्मचारी हो, कामना रहित हो, जिसका अपनी इंद्रियों पर संपूर्ण नियंत्रण हो, जो किसी के कष्ट का कारण न बने...
View Articleपापों से चाहिए मुक्ति तो कीजिए योगिनी एकादशी व्रतपापों से चाहिए मुक्ति तो...
भगवान श्रीकृष्ण ने एक बार युधिष्ठिर को बताया था कि आषाढ़ कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी का व्रत करने से सारे पापों को नाश होता है और हम सद्कर्मों की ओर बढ़ते हैं। इस एकादशी का व्रत करने से सांसारिकता...
View Articleजन्म सखी सिक्ख धर्म की एक महत्वपूर्ण पुस्तक हैजन्म सखी सिक्ख धर्म की एक...
जन्म सखी यानि जन्म कहानियां, वह लेखन है जो पहले सिख गुरु नानक देव जी की जीवनी के रूप में प्रचलित हैं। यह रचनाएं गुरु नानक जी की मृत्यु के बाद अलग-अलग समय और चरणों पर लिखी गईं। भाई बाले वाली जन्म सखी...
View Articleयीशु ने बताया असली दानी कौन हैयीशु ने बताया असली दानी कौन है
एक दिन प्रभु यीशु एक ऐसे स्थान पर बैठे हुए थे, जहां पास में एक दान पात्र रखा हुआ था। लोग आते और खूब सारे सिक्के डालकर चले जाते। यीशु ने गौर किया हर कोई पात्र में सिक्के डालने के बाद गर्व कर रहा था।...
View Articleसिख धर्म ग्रहस्त जीवन को देता हे बढ़ावासिख धर्म ग्रहस्त जीवन को देता हे बढ़ावा
सिख धर्म के प्रमुख तत्वों में से एक है सामान्य गृहस्थ जीवन को बढ़ावा देना। चूंकि सिख समाज अंधविश्वासों और संत आदि से दूर रहता है इसलिए इस धर्म में संन्यासी जीवन को प्रधानता नहीं दी जाती है। कर्म के साथ...
View Articleइस मंदिर के खम्भे को देखकर आप भी हो जायेंगे चकितइस मंदिर के खम्भे को देखकर आप...
दुनिया में बहुत ही रोचक जगह हैं। ऐसी ही रोचक जगहों में से एक है आंध्रप्रदेश के अनंतपुर में स्थित 'लेपाक्षी मंदिर'। अनंतपुर एक छोटा गांव है। यह गांव विजयनगर शैली से निर्मित कलात्मक मंदिरों के लिए...
View Articleभारत में इसलिए बनाई जाती हैं मूर्तियां और मंदिरभारत में इसलिए बनाई जाती हैं...
भारत में मंदिर और प्रतिमाओं के निर्माण के पीछे विज्ञान रहा है। यह अकारण नहीं है कि हमने मंदिर बनाए और देवताओं की प्रतिमाएं बनाकर उनका पूजना आरंभ कर दिया। इस विज्ञान को जानने वाले इन प्रतिमाओं के...
View Articleश्री वेंकेटेश्वर भगवान का पहला मंदिर बहुत ही छोटे से स्थान पर बना थाश्री...
तिरुमाला की सात पवित्र पहाड़ियां, आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति शहर में 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। समुद्र तल से 2500 फीट ऊंचाई वाली इन पहाड़ियों के नाम शेषाचल, वेदांचल, गरुड़ाचल,...
View Articleक्यों चढ़ता है शिवलिंग पर जलक्यों चढ़ता है शिवलिंग पर जल
हम सब जानते है देवतओं और दानवो ने सागर मंथन किया जिसमे अच्छी और बुरी दोनों चीजे निकली। उसी मंथन में हलाहल नाम का विष भी निकला और उस से समस्त विश्व विनाश की और बढ़ने लगा। किसी में इतनी शक्ति नहीं थी की...
View Articleश्री राम के बारे मेंश्री राम के बारे में
भगवान श्री राम में वे सभी गुण थे जो धर्म में बताये गये है | श्री राम वैदिक सनातन धर्म की जान आत्मा है |वेदों को मानने वाले श्री राम के परम भक्त है | महान महाकाव्य रामायण जिन्हें महर्षि वाल्मीकिजी ने...
View Articleहिंदू धर्म के अलावा इन धर्मो में कुछ ऐसी मनाई जाती है दीपावलीहिंदू धर्म के...
दीपावली हिंदू धर्म के लोग ही नहीं बल्कि जैन धर्म, बौद्ध धर्म के लोग भी मनाते हैं। विश्व के कई ऐसे देश हैं जहां दीपावली मनाई जाती है। दीपावली खुशियों और प्रकाश का त्योहार है। इसे मनाने के पीछे इन...
View Articleधन को एकत्र करकर रखना भी एक कला हैधन को एकत्र करकर रखना भी एक कला है
दरिद्रता को वैदिक नीतिकारों ने मृत्यु माना है। इसका कारण है कि बिना धन के जीवन नहीं चलाया जा सकता है। रोजमर्रा की जरूरतों के लिए धन की आवश्यकता जरूर पड़ेगी। यदि इंसान के पास धन न हो तो वहा शारीरिक और...
View Articleइस मास को अत्यंत पुनीत मास माना गया हैइस मास को अत्यंत पुनीत मास माना गया है
स्कन्द पुराण में कार्तिक को समस्त महीनों में, श्री हरि को समस्त देवताओं में और बद्रीनारायण को सभी तीर्थों में श्रेष्ठ माना है। इस मास में जलाशय में स्नान और दीपदान का विशेष महत्व है। कार्तिक मास 28...
View Articleआखिर गणेश जी को विघ्नविनाशक क्यों कहा जाता हैआखिर गणेश जी को विघ्नविनाशक...
कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत हो, तो हिंदू धर्म के अनुयायी भगवान श्रीगणेश की पूजा सर्वप्रथम करते हैं। भगवान श्रीगणेश बुद्धि के देवता हैं। जीवन के हर क्षेत्र में गणपति विराजमान हैं। शास्त्रों में कहा गया...
View Articleसभी रूपों में श्री गुरुदेव दत्त की उपासना की जाती हैसभी रूपों में श्री...
मार्गशीर्ष (अगहन) मास की पूर्णिमा को दत्त जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष यह पर्व 06 दिसंबर के दिन है। शास्त्रों के अनुसार इस तिथि को भगवान दत्तात्रेय का जन्म हुआ था। ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीनों...
View Articleदुष्कर्म करने वालों के लिए करते थे संत प्रार्थनादुष्कर्म करने वालों के लिए...
एक संत सुबह अपने शिष्यों के बीच बैठकर प्रभु से प्रार्थना कर रहे थे। उन्होंने सबसे पहले पूरी मानव जाति के कल्याण के लिए प्रार्थना की। उसके बाद उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, 'हे परम पिता, आप दुष्कर्म करने...
View Articleश्रीकृष्ण के द्वारा जरासंध को उतरा गया था मौत के घाटश्रीकृष्ण के द्वारा...
एक बार युधिष्ठिर ने श्रीकृष्ण से कहा, 'मित्रों का कहना है कि मैं राजसूय यज्ञ करके सम्राट का पद प्राप्त करूं। परंतु राजसूय यज्ञ तो वही कर सकता है जो सारे संसार के नरेशों का पूज्य हो और उनके द्वारा...
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