मनुष्य के व्यक्तित्व का जन्म संस्कारो से हुआ हैमनुष्य के व्यक्तित्व का जन्म...
एक गर्भवती सिंहनी पहाड़ से छलांग लगाती हे बीच में ही बच्चा हो गया और वह बच्चा नीचे गिर गया। नीचे से भेड़ों का एक झुंड निकल रहा था, वह बच्चा भेड़ों के साथ हो लिया। उस शेर के बच्चे ने बचपन से ही अपने को...
View Articleमाँ बेटी का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता जो हमें भी कुछ सिखातामाँ बेटी का...
इस जगत में माँ के जैसा पावन , पवित्र , दयालु , ममतामई और कोई नहीं, कहते है कि जब एक औरत माँ बनती है. तब वह संपूर्ण हो जाती है वह इतनी खुश होती है. उसे लगता है कि मेने इस संसार की सबसे बड़ी खुशी हासिल...
View Articleअसफलता से डरे नहीं, उसका स्वागत करेअसफलता से डरे नहीं, उसका स्वागत करे
असफलता एक सामान्य प्रक्रिया है और यदि असफलताओं को सकारात्मक नजरिए से देखा जाए तो ये बेहद रचनात्मक साबित हो सकती है. यदि आप भी असफलताओं के दौर से गुजर रहे हैं तो ये कुछ कारगर उपाय अपना सकते हैं: असफलता...
View Articleक्या आप ले पाते है सही निर्णय?क्या आप ले पाते है सही निर्णय?
कहते हैं डिसीजन मेकिंग पावर अनुभव के साथ आती है परंतु वर्तमान में यह कहना गलत होगा क्योंकि कार्पोरेट वर्ल्ड में अलग-अलग स्तरों पर युवाओं से लेकर प्रौढ़ महत्वपूर्ण निर्णय ले रहे हैं. कई कंपनियों में...
View Articleआचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीतिआचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीति
आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीतियों में सफल और सुखी जीवन के कई सूत्र बताए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति चाणक्य की नीतियों का पालन करता है तो निश्चित ही वह कई प्रकार की परेशानियों से बच सकता है। अक्सर...
View Articleज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही वृहद ज्ञान हैज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही वृहद ज्ञान है
ज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही वृहद ज्ञान है। इसे सीखना आसान नहीं है। ज्योतिष शास्त्र को सीखने से पहले इस शास्त्र को समझना आवश्यक है। सामान्य भाषा में कहें तो ज्योतिष माने वह विद्या या शास्त्र जिसके...
View Articleवेद मानव सभ्यता के सबसे पुराने लिखित दस्तावेज हैंवेद मानव सभ्यता के सबसे...
ऋग्वेद को संसार की सबसे प्राचीन और प्रथम पुस्तक माना है। इसी पुस्तक पर आधारित है हिंदू धर्म। इस पुस्तक में उल्लेखित 'दर्शन' संसार की प्रत्येक पुस्तक में मिल जाएगा। माना जाता है कि इसी पुस्तक को आधार...
View Articleगंगा सप्तमी के पर्व पर मां गंगा में डुबकी लगाने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते...
शास्त्रों के अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी को मां गंगा स्वर्ग लोक से भगवान शिवशंकर की जटाओं में पहुंची थी। इसलिए इस दिन को गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। जिस दिन गंगाजी की उत्पत्ति हुई वह दिन गंगा...
View Articleधार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन माता सीता का प्राकट्य हुआ थाधार्मिक ग्रंथों...
वैशाख शुक्ल नवमी को सीता नवमी कहते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन माता सीता का प्राकट्य हुआ था। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को पुष्य नक्षत्र के मध्याह्न काल में...
View Articleदैनिक जीवन में आने वाली परेशानियों को खत्म करेगा ये सुरक्षा कवचदैनिक जीवन में...
सनातन धर्म के प्रत्येक देवी-देवता का संबंध किसी वस्तु विशेष या इच्छा से माना जाता है। यदि अपनी अभिलाषाओं के अनुसार देवी-देवता के स्वरूप का चयन कर घर के मंदिर में स्थापित करके प्रतिदिन दीप दान किया जाए...
View Articleईश्वरीय कृपा व पुरुषार्थ के साथ ही कुछ उपायईश्वरीय कृपा व पुरुषार्थ के साथ ही...
हम अपने बड़े-बुजुर्गों से कई बार उपाय सुनते हैं जिसे करने से लाभ मिलने का अनुभव मिलता है। ईश्वरीय कृपा व पुरुषार्थ के साथ ही कुछ उपाय किए जाएं तो सफलता मिलती है, ऐसा दावा पूर्वजों का रहा है। प्रस्तुत...
View Articleमन की शांति के उपायमन की शांति के उपाय
मन बड़ा चंचल होता है। हर पल बदलता रहता है कभी कहीं तो कभी कहीं। विचलित मन से कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। और मन अशांत रहता है। वर्तमान में कई रोगों की वजह से भी मन अशांत रहता है। जिस तरह बाजार...
View Articleजिंदगी हमेशा जीना सिखाती है कभी निराश होना नहींजिंदगी हमेशा जीना सिखाती है...
निराशा के क्षणों को कभी भी जीवन पर हावी न होने दें। बल्कि जीवन के हताशा भरे क्षणों से कुछ सीखने का प्रयास करें। इन लम्हों से उबरकर आगे बढ़ना और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए।...
View Articleजीवन के असली मूल्य को समझना चाहिएजीवन के असली मूल्य को समझना चाहिए
एक समय की बात है। एक शहर में एक धनी आदमी रहता था। उसकी लंबी-चौड़ी खेती-बाड़ी थी और वह कई तरह के व्यापार करता था। बड़े विशाल क्षेत्र में उसके बगीचे फैले हुए थे, जहां पर भांति-भांति के फल लगते थे। उसके...
View Articleईश्वर से डरें नहीं, प्रेम करें और प्रेरणा लेंईश्वर से डरें नहीं, प्रेम करें...
हिन्दू धर्म में कई देवी-देवताओं का वर्णन है। मान्यतानुसार हमें भगवान ने बनाया है और वही हमारा पालन करता है। हम सभी परमपिता ईश्वर की सन्तान हैं। भगवान कई प्रकार के होते हैं। भगवान शिव को रुद्र तो...
View Articleविवेक का महत्व - दार्शनिक सुकरातविवेक का महत्व - दार्शनिक सुकरात
एक बार यूनान के महान जाने-माने दार्शनिक सुकरात अपने शिष्यों के संग बैठे हुए थे। इतने में एक ज्योतिषी जो चेहरा देखकर चरित्र बताने का दावा किया करता था, वहाँ आ गया। अब सुकरात के विचार जितने सुन्दर थे,...
View Articleॐ का दिव्य जापॐ का दिव्य जाप
हमारे शास्त्रों में ॐ को एक पवित्र शब्द माना गया है. ॐ एक पवित्र ध्वनि तो है ही लेकिन इसके साथ ही यह अनंत शक्ति का भी प्रतीक है. ॐ यानि ओउम का शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है. ये शब्द हैं अ उ म. “अ”...
View Articleआत्मविश्वास बढ़ाने के वास्तु शास्त्र से सम्बंधित उपायआत्मविश्वास बढ़ाने के...
1. अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आप सुबह जल्दी उठ कर उगते सूर्य पर कम से कम 5 मिनट तक ध्यान करे. 2. साथ ही आप अपने दाये हाथ की अंगुली में सोने से बनी अंगूठी पहने. 3. इसके अलावा आप...
View Articleकौन हैं भगवान शिव जानिएकौन हैं भगवान शिव जानिए
भगवान को लेकर लोगों में कौतूहल होता है. आखिर भगवान कौन हैं? ये कहां से आते हैं? भगवान में सबसे पहले किसका अस्तित्व विकसित हुआ? और कौन से भगवान प्रथम थे? लेकिन इन सभी में एक बात प्रमुखता से कही जाती है...
View Articleक्या है ब्रह्मास्त्र और इसकी वास्तिवकताक्या है ब्रह्मास्त्र और इसकी वास्तिवकता
आज हम बात कर रहे हैं पौराणिक वर्णित शस्त्र ब्रह्मास्त्र की जो इतना शक्तिशाली था कि देवता और मनुष्य सभी उससे कापंते थे। माना जाता है कि उस शस्त्र इतनी उर्जा निकलती थी कि वह धरती को पल में भस्म कर सकती...
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