श्री वेंकेटेश्वर भगवान का पहला मंदिर बहुत ही छोटे से स्थान पर बना थाश्री...
तिरुमाला की सात पवित्र पहाड़ियां, आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति शहर में 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। समुद्र तल से 2500 फीट ऊंचाई वाली इन पहाड़ियों के नाम शेषाचल, वेदांचल, गरुड़ाचल,...
View Articleक्यों चढ़ता है शिवलिंग पर जलक्यों चढ़ता है शिवलिंग पर जल
हम सब जानते है देवतओं और दानवो ने सागर मंथन किया जिसमे अच्छी और बुरी दोनों चीजे निकली। उसी मंथन में हलाहल नाम का विष भी निकला और उस से समस्त विश्व विनाश की और बढ़ने लगा। किसी में इतनी शक्ति नहीं थी की...
View Articleश्री राम के बारे मेंश्री राम के बारे में
भगवान श्री राम में वे सभी गुण थे जो धर्म में बताये गये है | श्री राम वैदिक सनातन धर्म की जान आत्मा है |वेदों को मानने वाले श्री राम के परम भक्त है | महान महाकाव्य रामायण जिन्हें महर्षि वाल्मीकिजी ने...
View Articleहिंदू धर्म के अलावा इन धर्मो में कुछ ऐसी मनाई जाती है दीपावलीहिंदू धर्म के...
दीपावली हिंदू धर्म के लोग ही नहीं बल्कि जैन धर्म, बौद्ध धर्म के लोग भी मनाते हैं। विश्व के कई ऐसे देश हैं जहां दीपावली मनाई जाती है। दीपावली खुशियों और प्रकाश का त्योहार है। इसे मनाने के पीछे इन...
View Articleधन को एकत्र करकर रखना भी एक कला हैधन को एकत्र करकर रखना भी एक कला है
दरिद्रता को वैदिक नीतिकारों ने मृत्यु माना है। इसका कारण है कि बिना धन के जीवन नहीं चलाया जा सकता है। रोजमर्रा की जरूरतों के लिए धन की आवश्यकता जरूर पड़ेगी। यदि इंसान के पास धन न हो तो वहा शारीरिक और...
View Articleइस मास को अत्यंत पुनीत मास माना गया हैइस मास को अत्यंत पुनीत मास माना गया है
स्कन्द पुराण में कार्तिक को समस्त महीनों में, श्री हरि को समस्त देवताओं में और बद्रीनारायण को सभी तीर्थों में श्रेष्ठ माना है। इस मास में जलाशय में स्नान और दीपदान का विशेष महत्व है। कार्तिक मास 28...
View Articleआखिर गणेश जी को विघ्नविनाशक क्यों कहा जाता हैआखिर गणेश जी को विघ्नविनाशक...
कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत हो, तो हिंदू धर्म के अनुयायी भगवान श्रीगणेश की पूजा सर्वप्रथम करते हैं। भगवान श्रीगणेश बुद्धि के देवता हैं। जीवन के हर क्षेत्र में गणपति विराजमान हैं। शास्त्रों में कहा गया...
View Articleसभी रूपों में श्री गुरुदेव दत्त की उपासना की जाती हैसभी रूपों में श्री...
मार्गशीर्ष (अगहन) मास की पूर्णिमा को दत्त जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष यह पर्व 06 दिसंबर के दिन है। शास्त्रों के अनुसार इस तिथि को भगवान दत्तात्रेय का जन्म हुआ था। ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीनों...
View Articleदुष्कर्म करने वालों के लिए करते थे संत प्रार्थनादुष्कर्म करने वालों के लिए...
एक संत सुबह अपने शिष्यों के बीच बैठकर प्रभु से प्रार्थना कर रहे थे। उन्होंने सबसे पहले पूरी मानव जाति के कल्याण के लिए प्रार्थना की। उसके बाद उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, 'हे परम पिता, आप दुष्कर्म करने...
View Articleश्रीकृष्ण के द्वारा जरासंध को उतरा गया था मौत के घाटश्रीकृष्ण के द्वारा...
एक बार युधिष्ठिर ने श्रीकृष्ण से कहा, 'मित्रों का कहना है कि मैं राजसूय यज्ञ करके सम्राट का पद प्राप्त करूं। परंतु राजसूय यज्ञ तो वही कर सकता है जो सारे संसार के नरेशों का पूज्य हो और उनके द्वारा...
View Articleदुःशासन की मृत्यु के बाद भीम ने उसका रक्त पिया थादुःशासन की मृत्यु के बाद भीम...
दुःशासन दुर्योधन का छोटा भाई था, जिसने पांडवों की पत्नी द्रौपदी के चीर हरण की किया था। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र में जब दुःशासन की मृत्यु के बाद भीम ने उसका रक्त पिया था। महाभारत के कर्णपर्व में...
View Articleजाने भूत के बारे में आखिर क्या होते है भूतजाने भूत के बारे में आखिर क्या होते...
विज्ञान भूतों को नहीं मानता लेकिन आत्मा जैसी कोई न कोई शक्तिशाली चीज है जो इंसान में रहती है इस बात को लेकर कई रिसर्च किए जा रहे हैं। लेकिन भूत होते हैं? वो कैसे होते हैं? कहां रहते हैं ? कोई नहीं...
View Articleशरीर के सात मूल चक्रशरीर के सात मूल चक्र
सवाल यह है कि आखिर ये चक्र इस शरीर-प्रणाली में करते क्या हैं? मूल रूप से चक्र केवल सात हैं – मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपूरक, अनाहत, विशुद्धि, आज्ञा और सहस्रार। पहला चक्र है मूलाधार, जो गुदा और...
View Articleक्या था कारण जब कृष्ण ने अर्जुन को युद्ध लड़ने को कहाक्या था कारण जब कृष्ण ने...
एक क्षत्रिय का कर्तव्य दूसरे लोगों की रक्षा करना था क्योंकि आम लोगों को सुरक्षा की जरूरत थी और उनके पास हथियार नहीं होते थे। एक क्षत्रिय का युद्ध से इंकार करना वैसा ही था, जैसे एक किसान बीज बोने से...
View Articleरुद्राक्ष हर तरह के अमंगल से बचाता हैरुद्राक्ष हर तरह के अमंगल से बचाता है
रुद्राक्ष एक खास तरह के पेड़ का बीज है। ये पेड़ आमतौर पर पहाड़ी इलाकों में एक खास ऊंचाई पर, खासकर हिमालय और पश्चिमी घाट सहित कुछ और जगहों पर भी पाए जाते हैं। अफसोस की बात यह है लंबे समय से इन पेड़ों...
View Articleस्त्री सिर्फ शारीरिक रूप से कमज़ोर है लेकिन अध्यात्म से नहींस्त्री सिर्फ...
स्त्रियां शारीरिक रूप से पुरुषों से कमजोर होती हैं, सिर्फ इसीलिए पुरुषों ने उन्हें अपने से मनोवैज्ञानिक रूप से कमजोर बनाने और आध्यात्मिक रूप से सशक्त न होने देने के लिए सब कुछ किया, ताकि वे आर्थिक रूप...
View Articleकुछ सपने जो हो सकते है हकीकतकुछ सपने जो हो सकते है हकीकत
सपनों का एक और रूप है, जो सही मायने में सपना ही नहीं है। यहां आश्रम में भैरवी देवी हैं। (ईशा योग केंद्र में लिंग भैरवी की प्रतिष्ठा सद्गुरु ने खुद की थी) कुछ समय पहले यह एक सपना था। हमने इस सपने को...
View Articleपूजा, हवन और यज्ञ क्या हमारी भलाई के लिए हैंपूजा, हवन और यज्ञ क्या हमारी भलाई...
सूखा, बांझ औरतें और भूकंप। इस देश में ऐसे महात्मा और तथाकथित धार्मिक लोग हमेशा से काफी मात्रा में रहे हैं। ऐसे धार्मिक व्यक्तियों के बावजूद यह देश बहुत से सूखों का साक्षी रहा है। ऐसे लोगों द्वारा अपने...
View Articleश्री मंगलनाथ में हो रहा भात पूजन, गर्भगृह से पा रहे दर्शनश्री मंगलनाथ में हो...
सिंहस्थ 2016 के बाद अब मध्यप्रदेश के धार्मिक पर्यटन नगर में श्रद्धालु मंदिरों में गर्भगृह से पूजन और दर्शन कर पा रहे हैं. दरअसल शहर में आयोजित हुए सिंहस्थ का समापन होने और साधु- संतों के अपने गंतव्य...
View Articleआभूषण कैसे जुड़े हैं अध्यात्म से जानेआभूषण कैसे जुड़े हैं अध्यात्म से जाने
आप शादी करते हैं, आप बच्चों को बड़ा करते हैं या आप संन्यासी बनते हैं क्योंकि आप उसे अपनी मुक्ति के लिए एक साधन के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं। इसलिए किसी शादी में, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था...
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