बूढ़ेश्वर महादेव की आरती के लिए रामेश्वर से मंगवाई जाती है भस्मबूढ़ेश्वर...
छत्तीसगढ़ की राजधानी बूढ़ापारा में स्वयंभू बूढ़ेश्वर महादेव का मंदिर स्थित है। बूढ़ेश्वर महादेव की आरती के लिए रामेश्वर से भस्म मंगवाई जाता है। यहां प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती होती है। भस्म आरती के...
View Articleश्रीकृष्ण व बलराम ने यहां रहकर की थी शिक्षा ग्रहणश्रीकृष्ण व बलराम ने यहां...
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ। वासुदेव श्रीकृष्ण को गोकुल में यशोदा मां के पास छोड़ आए थे। जहां उनका पालन-पोषण हुआ था। श्रीकृष्ण ने कंस का वध करके मथुरा का राज महाराज उग्रसेन को...
View Articleदोषी वह नहीं जो कामचोर है बल्कि दोषी वह है जो दूसरों को आलसी बनाता हैदोषी वह...
किसी सेठ के पास कई कर्मचारी काम करते थे। प्राय: सभी आलसी और कमजोर थे, केवल किरीट ही ईमानदार और मेहनती था। वह अपना काम करने के अलावा दूसरों के बचे कार्यों को भी पूरा कर देता था। एक दिन सेठ ने अपने...
View Articleमहाभारत युद्ध समाप्त होने के बाद जानें क्या हुआ फिरमहाभारत युद्ध समाप्त होने...
महाभारत युद्ध समाप्त होने के बाद महाराजा युधिष्ठिर ने राज्य का शासन-भार अपने पोते परीक्षित को सौंप दिया। फिर वे चारों भाइयों और द्रौपदी के साथ हिमालय की ओर चले गए। परीक्षित जब राजा बने, तो उनके सामने...
View Articleअगर नहीं है आपके बच्चों का मन पढ़ाई में तो अपनाये वास्तु के ये उपायअगर नहीं है...
बच्चों का स्वभाव चंचल होने से वे हर घड़ी खेलकूद ही करते रहते हैं। ऐसे में माता-पिता इस बात से चिंतित हो जाते हैं कि उनका ध्यान पढ़ाई में कैसे लगाए। ऐसी स्थिति में उनके कमरे को वास्तु के अनुसार बनाएं।...
View Articleभवन निर्माण के समय इन बातों का ध्यान अतिआवश्यक हैभवन निर्माण के समय इन बातों...
मानव सर्वश्रेष्ठ प्राणी है, अत: सुख शांतिपूर्वक रहने के लिए आवास में वास्तु की जरूरत होती है। नए घर के निर्माण के लिए भूमि चयन, भूमि परीक्षा, भूखंडों का आकार-प्रकार, भवन निर्माण विधि एवं पंच तत्वों पर...
View Articleघर का मुख्य द्वार ही दिला सकता हे आपको उपलब्धि की सौगातघर का मुख्य द्वार ही...
भवन निर्माण की वैदिक विधि को वास्तुशास्त्र की संज्ञा दी गई है। जीवन के विभिन्न पहलू जैसे-सुख, समृद्धि, पारिवारिक उल्लास, उन्नति एवं विकास के निए अवसर जिन राहों से गुजर कर आप तक पहुंच पाते हैं वे राहें...
View Articleबजरंग बाण के पाठ से हनुमान भक्त की शक्ति बढ़ जाती हैबजरंग बाण के पाठ से हनुमान...
शास्त्रों के अनुसार मंगलवार 'पवनपुत्र' हनुमान का दिन माना गया है। हनुमानजी के कई मंत्र प्रचलित हैं, लेकिन ऐसे कई मंत्र हैं जो कभी खाली नहीं जाते। उन्हीं मंत्रों में से एक है बजरंग बाण। वैसे तो बजरंग...
View Articleकॉइन ट्री अगर होगा घर में तो नहीं आएगी आर्थिक परेशानी की समस्याकॉइन ट्री अगर...
कॉइन ट्री लगाने से वाकई हो सकते हैं रंक से राजा...इसे लगाते समय बस ये गलती न करें... यदि आपको फेंगशुई पसंद है और इसे आजमाना चाहते हैं तो कॉइन ट्री को घर में रख सकते हैं। इससे न सिर्फ आपके रूम का...
View Articleघर के पास हो अगर गार्डन तो रहेंगे आप तनाव से दूरघर के पास हो अगर गार्डन तो...
यदि आपके पास गार्डन तैयार करने के लिए स्पेस है, तो आप इसमें जापानी स्टाइल का ज़ेन गार्डन लगवा सकते हैं। यह साधारण जीवनशैली का परिचायक होता है। आपको शांत, सौम्य और सुकून भरी जगह चाहिए तो इस तरह के...
View Articleक्या आप जानते है की हमें खाना किस दिशा में बैठकर करना चाहिएक्या आप जानते है...
वास्तुशास्त्र में भोजनकक्ष यानी डाइनिंग रूम को बृहस्पति ग्रह का प्रतीक माना है। भवन में यदि पर्याप्त स्थान है तो डाइनिंग रूम पश्चिम दिशा और नैऋत्य कोण के बीच में यानी पश्चिम दिशा में दक्षिणी कोने से...
View Article100 साल बाद ये संयोग बना जानें क्या थी वजह100 साल बाद ये संयोग बना जानें क्या...
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर 5 सितम्बर को गणेश जन्मोत्सव गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस वर्ष भगवान गणेश का जन्माभिषेक दुरुधरा महायोग में किया जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार पांच ग्रहों का दुरुधरा...
View Articleयहाँ प्रसाद के रूप में प्याज दाल एवं भुने हुए चावल को प्राथमिकता दी जाती...
अमूमन मंदिरों में प्रसाद के रूप में कहीं मिठाई तो कहीं फल या नारियल का भोग लगाया जाता है लेकिन एक स्थान ऐसा भी है, जहां प्रसाद के रूप में प्याज, दाल एवं भुने हुए चावल को प्राथमिकता दी जाती है। सुनने...
View Articleकुछ ऐसा करें की प्रेत योनी प्राप्त न होकुछ ऐसा करें की प्रेत योनी प्राप्त न हो
इस संसार से जाने के बाद हर किसी को अपने- अपने कर्मों के अनुसार अगले जन्म की प्राप्ति होती है. यदि धर्म- कर्म जैसे अच्छे कार्य करते है. तो आपको अगला जन्म अच्छा ही मिलता है . और यदि बुरे कर्म करते हो...
View Articleएक पिता की सोच - पिता का कर्तव्य संतान को केवल जन्म देने से पूर्ण नहीं होताएक...
पिता तो वो है जो जीवन ही नहीं देते, साथ ही साथ जीवन-मूल्य भी देते हैं.इस संसार सागर में जीव को लाने वाले पिता देवताओं, ऋषियों और देवतीर्थों से भी अधिक पूजनीय और वंदनीय होते हैं.आज हर व्यक्ति के पास...
View Articleवह व्यक्ति जीवन में कभी भी अन्न और धन का सुख प्राप्त नहीं कर सकतावह व्यक्ति...
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय संध्या काल अथवा गोधूली वेला कहलाता है। शास्त्रों में इस समय को लेकर बहुत सारे नियम निर्धारित किए गए हैं। जो व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता वह जितने भी टोने-टोटके और...
View Articleशिरडी के साईँ ने इस तरह किया लोगो का कल्याणशिरडी के साईँ ने इस तरह किया लोगो...
कोई सदियों पुरानी परंपरा नहीं है साईं की। वे पुराण प्रसिद्ध भी नहीं हैं। न तो उन्होंने रावण का वध कर रामायण रची-राम की तरह। न महाभारत के सूत्रधार बनकर गीता का ज्ञान दिया-कृष्ण की तरह। राजपाट से मुंह...
View Articleहिंदू धर्म की तरह ही जैन धर्म में भी चातुर्मास का महत्व हैहिंदू धर्म की तरह...
हिंदू धर्म की तरह ही जैन धर्म में भी चातुर्मास का महत्व है। इस दौरान जैन धर्म के अनुयायी ज्ञान, दर्शन, चरित्र व तप की आराधना करते हैं। चातुर्मास जैन मुनियों के लिए शास्त्रों में नवकोटि विहार का संकेत...
View Articleयह एक ऐसा धर्म है जो ईश्वर के अस्तित्व को सर्वमान्य प्रमाण नहीं देतायह एक ऐसा...
दुनिया में सिर्फ हिंदू धर्म ही एकमात्र ऐसा धर्म है, जिसमें नास्तिकता को भी मान्यता दी गई है। नास्तिकता को नास्तिकवाद अथवा अनीश्वरवाद भी कहते हैं। नास्तिकता वह है जो सृष्टि का संचालन और नियंत्रण करने...
View Articleजानें मुक्ति का मार्ग इस तरह है प्रशस्तजानें मुक्ति का मार्ग इस तरह है प्रशस्त
एक बार की बात है एक संत के पास उनका शिष्य पहुंचा और उनसे विनम्रता से कहा, मुझे मुक्ति का मार्ग बताएं। संत बोले, कब्रिस्तान जाओ और सारी कब्रों को गालियां देकर आओ। शिष्य ने संत के अनुसार ऐसा ही किया।...
View Article