शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता हैशुक्रवार के दिन मां...
शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता है। इस पूजा के अंत में माता की कथा सुनी जाती है। संतोषी माता और शुक्रवार व्रत की कथा निम्न है: संतोषी माता व्रत कथा एक बुढ़िया थी, उसके सात बेटे थे। 6...
View Articleब्रहमांड में ‘ऊँ’ ध्वनि देती है सुनाईब्रहमांड में ‘ऊँ’ ध्वनि देती है सुनाई
कभी आपने गौर किया है कि हर मंत्र में या ज़्यादातर मंत्रों में ‘ऊँ’ का इस्तेमाल होता है. आखिर क्या है इस शब्द में? वैज्ञानिक भी मानते हैं कि ब्रहमांड में ‘ऊँ’ ध्वनि सुनाई देती है. कुछ तो ख़ास है इसमें,...
View Articleधर्मग्रन्थों में नाग को देवता माना गया हैधर्मग्रन्थों में नाग को देवता माना...
धर्मग्रन्थों में नाग को देवता माना गया है और इनका विभिन्न जगहों पर उल्लेख भी किया गया है। हिन्दू धर्म में कालिया, शेषनाग, कद्रू (साँपों की माता) पिलीवा आदि बहुत प्रसिद्ध हैं। कथाओं के अनुसार दक्ष...
View Articleसावन में ही क्यों करते है शिव की पूजासावन में ही क्यों करते है शिव की पूजा
सावन मास, सोमवार तथा शिवलिंग ये तीनों भगवान शिवजी को अत्यन्त प्रिय है। जुलाई अथवा अगस्त महीना में सावन मास आरम्भ होता है। इस महीना में अनेक महत्त्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। जैसे — ‘हरियाली तीज’,...
View Articleइसलिए जरुरी है भगवान के दर पर जानाइसलिए जरुरी है भगवान के दर पर जाना
पहला कारण : मंदिर जाना इसलिए जरूरी है कि वहां जाकर आप यह सिद्ध करते हैं कि आप देव शक्तियों में विश्वास रखते हैं तो देव शक्तियां भी आपमें विश्वास रखेंगी। यदि आप नहीं जाते हैं तो आप कैसे व्यक्त करेंगे...
View Articleजाने कैसा लगता है मारने के बादजाने कैसा लगता है मारने के बाद
दोस्तों, जिसने भी इस धरती पर किसी भी रूप में जन्म लिया है, उसे एक न एक दिन इस शरीर को छोड़ कर मृत्यु को गले लगाना ही है, यह इस संसार का शाश्वत सत्य है। हम सभी कभी न कभी यह जरूर सोचते होंगे की आखिर...
View Articleइसलिए करनी चाहिए भगवन की पूजाइसलिए करनी चाहिए भगवन की पूजा
पूजा : पूजा एक रासायनिक क्रिया है। इससे मंदिर के भीतर वातावरण की पीएच वैल्यू (तरल पदार्थ नापने की इकाई) कम हो जाती है जिससे व्यक्ति की पीएच वैल्यू पर असर पड़ता है। यह आयनिक क्रिया है, जो शारीरिक रसायन...
View Articleजानिए मंदिर में जाने का सर्वश्रेष्ठ वार कौन-सा हैजानिए मंदिर में जाने का...
शिव के मंदिर में सोमवार, विष्णु के मंदिर में रविवार, हनुमान के मंदिर में मंगलवार, शनि के मंदिर में शनिवार और दुर्गा के मंदिर में बुधवार और काली व लक्ष्मी के मंदिर में शुक्रवार को जाने का उल्लेख मिलता...
View Articleऐसे कार्यों से आप देवताओं की नजरों में गिर जाते हैंऐसे कार्यों से आप देवताओं...
यदि आप मंदिर में हैं तो इन बातों का विशेष ध्यान रखें अन्यथा आपकी पूजा, प्रार्थना आदि करने का कोई महत्व नहीं रहेगा। निम्नलिखित बातें करके आप मंदिर और देव संबंधी अपराध करते हैं। इसके दुष्परिणाम भी आपको...
View Articleध्वनि और शुद्ध प्रकाश से ही ब्रह्मांड की रचना हुई हैध्वनि और शुद्ध प्रकाश से...
हिन्दू धर्म का नृत्य, कला, योग और संगीत से गहरा नाता रहा है। हिन्दू धर्म मानता है कि ध्वनि और शुद्ध प्रकाश से ही ब्रह्मांड की रचना हुई है। आत्मा इस जगत का कारण है। चारों वेद, स्मृति, पुराण और गीता आदि...
View Articleजाने हिन्दू धर्म के 10 महत्वपूर्ण रहस्य के बारें मेंजाने हिन्दू धर्म के 10...
हिन्दू धर्म एक रहस्यमयी धर्म है। यह एकेश्वरवादी होने के साथ-साथ इस धर्म में देवी-देवता, भगवान, गुरु, पितृ, प्रकृति आदि को भी पूर्ण सम्मान दिया गया है। पाप और पुण्य की विस्तार से चर्चा की गई है। न्याय...
View Articleजाने मंदिर का अर्थ होता हैजाने मंदिर का अर्थ होता है
मन से दूर कोई स्थान' मंदिर का शाब्दिक अर्थ 'घर' है और मंदिर को 'द्वार' भी कहते हैं, जैसे रामद्वारा, गुरुद्वारा आदि। मंदिर को 'आलय' भी कह सकते हैं, जैसे कि शिवालय, जिनालय आदि। लेकिन जब हम कहते हैं कि...
View Articleइस व्रत को बेहद अहम माना जाता हैइस व्रत को बेहद अहम माना जाता है
पद्म पुराण के अनुसार सांसारिक सुखों की प्राप्ति और पुत्र इच्छुक भक्तों के लिए पुत्रदा एकादशी व्रत को फलदायक माना जाता है। यह व्रत पौष और श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को किया जाता है। संतानहीन या...
View Articleइसलिए होती हैं मंदिरों में घंटियांइसलिए होती हैं मंदिरों में घंटियां
मंदिर में घंटी लगाने का प्रचलन भी बहुत प्राचीनकाल से शुरू हो चुका था। इसका प्रमाण कई प्राचीन मंदिरों की दीवारों पर बनी मूर्तियां, भित्तिचित्र आदि से ज्ञात हो सकता है। घंटी लगाने के दो कारण थे- पहला...
View Articleशंख हमारे सभी प्रकार के कष्ट दूर कर सकता हैशंख हमारे सभी प्रकार के कष्ट दूर...
क्या शंख हमारे सभी प्रकार के कष्ट दूर कर सकता है? भूत-प्रेत और राक्षस भगा सकता है? क्या शंख में ऐसी शक्ति है कि वह हमें धनवान बना सकता है? क्या शंख हमें शक्तिशाली व्यक्ति बना सकता है? पुराण कहते हैं...
View Articleक्या आप जानते है भगवान शिव के पुत्रो के बारे में ये सचक्या आप जानते है भगवान...
हम सभी भगवान शिव और माता पार्वती के दो पुत्र कार्तिक और गणेश की ही कथा सुनते आये हैं। लेकिन शिव और पार्वती के विवाह और उनसे होने वाले पुत्रों के पीछे भी एक रोचक कहानी हैं। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार...
View Articleभीम को अपनी शक्ति पर था बहुत घमंडभीम को अपनी शक्ति पर था बहुत घमंड
द्वापर युग की बात है। भीम को अपनी शक्ति पर बहुत घमंड था। वह यह समझता था कि मेरे बराबर धरती पर कोई योद्धा नहीं है। पांडव जब बदरिकाश्रम में रह रहे थे तब एक सुन्दर और महक वाला सहस्त्रदल कमल नदी के प्रवाह...
View Articleइसलिए होता है पूजा में कपूर का प्रयोगइसलिए होता है पूजा में कपूर का प्रयोग
भगवान की पूजा एक ऐसा उपाया है, जिससे जीवन की बड़ी बड़ी समस्याएं हल हो जाती है। इसी वजह से पूजन कर्म के संबंध में कई सावधानियां और विधियां बताई गई हैं। कहा जाता है कि पूरी विधि विधान से पूजन करने पर ही...
View Articleनजर उतारने के लिए काला धागा ही क्यों प्रयोग किया जाता हैनजर उतारने के लिए...
जब भी हमारी खुशियां दुख में बदल जाए या हमेशा प्राप्त होने वाला धन लाभ अचानक हानि में बदल जाए या परिवार का आपसी तालमेल बिगड़ जाए, इस प्रकार की घटनाएं होने लगे तो संभव है कि आपको या परिवार या जाब या...
View Articleसाधना एवं यज्ञ का सूक्ष्मीकरण के बारे में जानेसाधना एवं यज्ञ का सूक्ष्मीकरण...
यजुर्वेद में “यज्ञो वै श्रेष्ठतमं कर्म” एक उक्ति आती है, जिसका अर्थ होता है- यज्ञ संसार के श्रेष्ठतम कार्यों में से एक है। शास्त्रकार बताते हैं कि जहाँ गायत्री ज्ञान मार्ग के माध्यम से व्यक्ति को...
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