गुरु नानक देव जी के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है गुरु पर्वगुरु नानक देव...
सिख धर्म के संस्थापक व प्रथम गुरु नानक देव जी के जन्म के उपलक्ष्य में गुरु पर्व मनाया जाता है। गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव की खुशी में गुरु पर्व मनाया जाता है। इसे गुरु नानक जयंती या गुरु नानक...
View Articleजैन धर्म का मुख्य पर्व है पर्वराज पर्युषणजैन धर्म का मुख्य पर्व है पर्वराज...
पर्यूषण पर्व जैन धर्म का मुख्य पर्व है। श्वेतांबर इस पर्व को 8 दिन और दिगंबर संप्रदाय के जैन अनुयायी इसे दस दिन तक मनाते हैं। इस पर्व में जातक विभिन्न आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि...
View Articleईसाई धर्म में माता मरियम की प्रार्थना करना महत्त्वपूर्ण माना जाता हैईसाई धर्म...
माता मरियम ईसाई धर्म के भगवान ईसा मसीह की माता है। इन्हें मदर मैरी के नाम से भी जाना जाता है। किसी भी शुभ अवसर से पहले ईसाई धर्म में माता मरियम की प्रार्थना करना महत्त्वपूर्ण माना जाता है। ईसाई धर्म...
View Articleजाने शुक्रवार व्रत कथा के बारे मेंजाने शुक्रवार व्रत कथा के बारे में
एक बुढ़िया थी. उसका एक ही पुत्र था. बुढ़िया पुत्र के विवाह के बाद बहू से घर के सारे काम करवाती, परंतु उसे ठीक से खाना नहीं देती थी. यह सब लड़का देखता पर माँ से कुछ भी नहीं कह पाता. बहू दिनभर काम में...
View Articleआस्था और सफलता का सही मूल मंत्रआस्था और सफलता का सही मूल मंत्र
हम इस संसार में कुछ अर्जित करने के लिए आए थे, लेकिन सपनों में खो गए। इस क्रम में दिन-रात सपने देखने लगे और सपनों को सत्य भी मानने लगे। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे हृदय के अंदर छिपी हुई जो सच्चाई है, हम...
View Articleयह मंत्र मनोकामना पूर्ति में सहायक हैयह मंत्र मनोकामना पूर्ति में सहायक है
शिवपूजन में रुद्राक्ष की माला से ऊँ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। यह मंत्र शिवजी को अतिप्रिय होने के कारण उनको अतिशीघ्र प्रसन्न करता है। भगवान शिव बहुत भोले हैं, इसीलिए उनको भोलेनाथ कहा...
View Articleमुर्दों को जीवित कर देने वाली बावड़ीमुर्दों को जीवित कर देने वाली बावड़ी
दैत्यों का स्वभाव तो सदैव से शक्ति संपन्न होते ही देवताओं तथा मनुष्यों को पीड़ित करना रहा है। ब्रह्माजी से वर पाने के उपरांत तारकासुर के तीन पुत्र तारकाक्ष, कमलाक्ष और विद्युन्माली ने मयदानव के द्वारा...
View Articleमंगलवार के दिन इन कामों का त्याग करेंमंगलवार के दिन इन कामों का त्याग करें
अक्सर लोग कहते हैं कि बिगड़ा हुआ मंगल हमेशा अमंगल ही करता है। अगर ज्योतिष शास्त्रों की भी मानें तो मंगल को सर्वाधिक क्रूर ग्रह बताया गया है। कालपुरुष सिद्धांत के अनुसार कुंडली का पहला और आठवां भाग...
View Articleजाने क्या है क्रोध का कारणजाने क्या है क्रोध का कारण
भगवान बुद्ध अक्सर अपने शिष्यों को शिक्षा प्रदान किया करते थे। एक दिन प्रात:काल बहुत से भिक्षुक उनका प्रवचन सुनने के लिए बैठे थे। बुद्ध समय पर सभा में पहुंचे, पर आज शिष्य उन्हें देखकर चकित थे क्योंकि...
View Articleकुंती ने की थी सबसे पहले शिवलिंग की पूजाकुंती ने की थी सबसे पहले शिवलिंग की पूजा
आज हम आपको एक ऐसे प्राचीन मंदिर के बारे में बताने जा रहा है, जहां पर पांडवों की माता कुंती ने सबसे पहले पूजा की थी। गोरखपुर से 60 किमी दूर संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद में बाबा तामेश्वरनाथ का धाम बसा...
View Articleरावण के पूर्वजन्मों की कहानीरावण के पूर्वजन्मों की कहानी
रावण अपने पूर्वजन्म में भगवान विष्णु के द्वारपाल हुआ करते थे पर एक श्राप के चलते उन्हें तीन जन्मो तक राक्षस कुल में जन्म लेना पड़ा था। आज इस लेख में हम आपको रावण के दो पूर्वजन्मों और एक बाद के जन्म के...
View Articleजानिए : 12 हिन्दू धर्म ग्रन्थों मे वर्णित श्रापों की कहानियाजानिए : 12 हिन्दू...
हिन्दू पौराणिक ग्रंथो में अनेको अनेक श्रापों का वर्णन मिलता है। हर श्राप के पीछे कोई न कोई कहानी जरूर मिलती है। आज हम आपको हिन्दू धर्म ग्रंथो में उल्लेखित 12 ऐसे ही प्रसिद्ध श्राप और उनके पीछे की...
View Articleपवित्र दिन माना जाता है मंगलवारपवित्र दिन माना जाता है मंगलवार
एक समय की बात है एक ब्राह्मण दंपत्ति की कोई संतान नहीं थी जिस कारण वह बेहद दुखी थे। एक समय ब्राह्मण वन में हनुमान जी की पूजा के लिए गया। वहां उसने पूजा के साथ महावीर जी से एक पुत्र की कामना की। घर पर...
View Articleऐसे हुआ था सिख धर्म का उदयऐसे हुआ था सिख धर्म का उदय
सिख धर्म का उदय गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं के साथ होता है। सिख का अर्थ है शिष्य. जो लोग गुरु नानक जी की शिक्षाओं पर चलते गए, वे सिख हो गए। यह धर्म विश्व का नौवां बड़ा धर्म है। भारत के प्रमुख चार...
View Articleभगवान शिव पत्र-पुष्पादि से ही हो जाते हैं प्रसन्नभगवान शिव पत्र-पुष्पादि से...
पुराणों में मत है कि श्रावण मास में शिवजी को बिल्वपत्र चढ़ाने से तीन जन्मों के पापों का नाश होता है। इसके अतिरिक्त कच्चा दूध, सफेद फल, भस्म, भांग, धतूरा, श्वेत वस्त्र उन्हें अधिक प्रिय होने के कारण...
View Articleइसे शिव का अंतिम ज्योतिर्लिंग मानते हैंइसे शिव का अंतिम ज्योतिर्लिंग मानते हैं
राजस्थान में भगवान शिव के अनेक प्राचीन मंदिर हैं। इन प्राचीन एवं सिद्ध मंदिरों में सवाईमाधोपुर के शिवाड़ का नाम भी शामिल है। यह अपनी प्राचीनता, ऐतिहासिकता एवं आस्था के लिए जाना जाता है। इसको लेकर...
View Articleइस दिन प्रदोष व्रत रखा जाता हैइस दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है
स्कंद पुराण के अनुसार प्रत्येक माह की दोनों पक्षों की त्रयोदशी के दिन संध्याकाल के समय को "प्रदोष" कहा जाता है और इस दिन शिवजी को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत की कथा निम्न...
View Articleश्री बृहस्पतिवार की आरतीश्री बृहस्पतिवार की आरती
जय-जय आरती राम तुम्हारी, राम दयालु भक्त हितकारी। जनहित प्रगटे हरि ब्रजधारी, जन प्रह्लाद, प्रतिज्ञा पाली। द्रुपदसुता को चीर बढ़ायो, गज के काज पयादे धायो। दस सिर बीस भुज तोरे, तैंतीस कोटि देव बंदि छोरे...
View Articleगुरूवार का पवित्र दिन भगवान विष्णु जी का होता हैगुरूवार का पवित्र दिन भगवान...
बृहस्पतिवार के दिन विष्णु जी की पूजा होती है। यह व्रत करने से बृहस्पति देवता प्रसन्न होते हैं। स्त्रियों के लिए यह व्रत फलदायी माना गया है। अग्निपुराण के अनुसार अनुराधा नक्षत्र युक्त गुरुवार से आरंभ...
View Articleबड़ा गुम्बद को इस्लाम धर्म का अहम धार्मिक स्थान माना जाता हैबड़ा गुम्बद को...
बड़ा गुम्बद, दक्षिणी दिल्ली के लोदी गार्डन में स्थित है। लोदी गार्डन का पुराना नाम ओल्ड लेडी वैलिन्गटन पार्क है। लोदी गार्डन सैयद और सुल्तान लोदी के समय के स्मारक हैं। इस गार्डन में बड़ा गुम्बद समेत कई...
View Article