इसलिए होता है पूजा में कपूर का प्रयोगइसलिए होता है पूजा में कपूर का प्रयोग
भगवान की पूजा एक ऐसा उपाया है, जिससे जीवन की बड़ी बड़ी समस्याएं हल हो जाती है। इसी वजह से पूजन कर्म के संबंध में कई सावधानियां और विधियां बताई गई हैं। कहा जाता है कि पूरी विधि विधान से पूजन करने पर ही...
View Articleनजर उतारने के लिए काला धागा ही क्यों प्रयोग किया जाता हैनजर उतारने के लिए...
जब भी हमारी खुशियां दुख में बदल जाए या हमेशा प्राप्त होने वाला धन लाभ अचानक हानि में बदल जाए या परिवार का आपसी तालमेल बिगड़ जाए, इस प्रकार की घटनाएं होने लगे तो संभव है कि आपको या परिवार या जाब या...
View Articleसाधना एवं यज्ञ का सूक्ष्मीकरण के बारे में जानेसाधना एवं यज्ञ का सूक्ष्मीकरण...
यजुर्वेद में “यज्ञो वै श्रेष्ठतमं कर्म” एक उक्ति आती है, जिसका अर्थ होता है- यज्ञ संसार के श्रेष्ठतम कार्यों में से एक है। शास्त्रकार बताते हैं कि जहाँ गायत्री ज्ञान मार्ग के माध्यम से व्यक्ति को...
View Articleदाएं हाथ में ही क्यों लिया जाता है प्रसाददाएं हाथ में ही क्यों लिया जाता है...
हिन्दू धर्म में यह माना जाता है कि हर शुभ काम, जिससे आप जल्द ही सकारात्मक परिणाम प्राप्त करना चाहते हैं वह काम सीधे (दाएं ) हाथ से करना चाहिए। इसीलिए हर धार्मिक कार्य चाहे वह यज्ञ हो या दान पुण्य सीधे...
View Articleमृत्यु के उपरांत उसके शव को जलाने का विधान क्यों हैमृत्यु के उपरांत उसके शव...
हिन्दू धर्म अग्नि से जुड़ा है। अग्नि उनके लिए मात्र एक तत्व नहीं है जो प्रकृति ने उन्हें प्रदान किया है, बल्कि अग्नि उनके लिए पूजनीय है। हिन्दू धर्म में केवल अंतिम संस्कार ही नहीं, वरन् अन्य कई रिवाज़...
View Articleऐसा करने से हो जाएगा आपकी हर समस्या का निवारणऐसा करने से हो जाएगा आपकी हर...
इस दिन भगवान की पूजा सच्चें मन से करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। साथ ही अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह अशुभ स्थिति में है तो इस दिन पूजा करने से वह भी शांत हो जाता है। बुधवार को गणेश जी को...
View Articleभगवान शिव के पास कहाँ से आई ये चीजें जानें 7 चीजों का रहस्यभगवान शिव के पास...
भगवान शिव का ध्यान करने मात्र से मन में जो एक छवि उभरती है वो एक वैरागी पुरुष की। इनके एक हाथ में त्रिशूल, दूसरे हाथ में डमरु, गले में सर्प माला, सिर पर त्रिपुंड चंदन लगा हुआ है। माथे पर...
View Articleजाने गुरु नानक देव जी की कथाजाने गुरु नानक देव जी की कथा
गुरु नानक तीर्थाटन करते हुए मक्का-शरीफ पधारे। रात हो गई थी, अतः वे समीप ही एक वृक्ष के नीचे सो गए। सबेरे उठे तो उन्होंने अपने चारों ओर बहुत सारे मुल्लाओं को खड़ा पाया। उनमें से एक ने नानक देव को उठा...
View Articleशिव जी ने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार का प्रयास कियाशिव जी ने ही धरती पर...
आइंस्टीन से पूर्व शिव ने ही कहा था कि ‘कल्पना’ ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है। हम जैसी कल्पना और विचार करते हैं, वैसे ही हो जाते हैं। शिव ने इस आधार पर ध्यान की कई विधियों का विकास किया। भगवान शिव...
View Articleइतिहास की सबसे महत्वदपूर्ण कथा गंगावतरणइतिहास की सबसे महत्वदपूर्ण कथा गंगावतरण
भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्वदपूर्ण कथा गंगावतरण, जिसके द्वारा भारतवर्ष की धरती पवित्र हुई, में इक्ष्वाकु वंशीय दिलीप के पुत्र भगीरथ की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने गंगा की धारा को देवलोक...
View Articleदेवी सरस्वती को ज्ञान, साहित्य, कला और स्वर की देवी माना जाता हैदेवी सरस्वती...
हिन्दू धर्म में देवी सरस्वती को ज्ञान, साहित्य, कला और स्वर की देवी माना जाता है। इन्हें श्वेत रंग अतिप्रिय है। सरस्वती जी का वर्णन ब्रह्मा जी की मानस पुत्री के रूप में है लेकिन कई स्थानों पर इन्हें...
View Articleशुक्र की किरणों का हमारे जीवन पर अखंडनीय प्रभाव पड़ता हैशुक्र की किरणों का...
सौरमंडल के नवग्रहों में शुक्र का महत्व अधिक है। आकाश में शुक्र ग्रह को आसानी से देखा जा सकता है। इसे संध्या और भोर का तारा भी कहते हैं, क्योंकि इस ग्रह का उदय आकाश में या तो सूर्योदय के पूर्व या...
View Articleअब सपना बताएगा की धन आएगा या जाएगाअब सपना बताएगा की धन आएगा या जाएगा
स्वप्न ज्योतिष के अनुसार कुछ सपने हमें धन मिलने की संभावना के बारे में बताते है जबकि कुछ सपने हमे धन के जाने के बारे संकेत देते है. आज कुछ सपनों के बारे में बताते है जो स्वप्न ज्योतिष के अनुसार धन...
View Articleअशोक का पेड़ करेगा आपके जीवन की परेशानियों को हलअशोक का पेड़ करेगा आपके जीवन की...
आइये जानते है अशोक का पेड़ इंसान के जीवन की परेशानियों को किस तरह हल कर सकता है या किस तरह उनके काम आ सकते है। 1. कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में financial problems का सामना नहीं करना चाहता। लेकिन अगर...
View Articleशनिदेव को प्रसन्न करने का यह बहुत ही अचूक व पुराना उपाय हैशनिदेव को प्रसन्न...
हिंदू धर्म ग्रंथों में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है अर्थात मनुष्य के अच्छे-बुरे कर्मों का फल देना शनिदेव का काम है. जिसकी कुंडली में शनिदेव प्रतिकूल स्थान पर बैठे हों उसे जीवन भर किसी न किसी परेशानी...
View Articleकैसे हुई थी चन्द्रवंश की शुरुआतकैसे हुई थी चन्द्रवंश की शुरुआत
अब तक आपने पढ़ा: इंद्र के पुजारी और देवों के गुरु वृहस्पति खुद अय्याशी करते घूम रहे थे और अपनी पत्नी तारा की उपेक्षा कर रहे थे। उनकी उपेक्षित पत्नी तारा को चंद्रदेव से प्रेम हो गया और तारा चंद्रदेव के...
View Articleहर भाषा की जननी है संस्कृतहर भाषा की जननी है संस्कृत
संस्कृत एक यंत्र है। यंत्र का क्या मतलब है? देखो, यह माइक्रोफोन यंत्र है। सौभाग्य से यह बोल नहीं सकता, लेकिन जो कुछ भी मैं बोल रहा हूं, उसकी यह आवाज बढ़ा देता है। अगर यह बोलने वाला यंत्र होता और मैं जो...
View Articleमिलिए कुछ अनोखे संतों सेमिलिए कुछ अनोखे संतों से
मेइपोरुल नयनार मेइपोरुल नयनार दक्षिण भारत के एक समृद्ध राज्य के राजा थे। पड़ोसी राज्य का राजा मुथानाथन, मेइपोरुल से जलता था और उसने उनके राज्य को जीतने की कोशिश की। लेकिन वह विफल रहा और उसने लड़ाई में...
View Articleज्योतिष विकास यात्रा में बाधाओं की बढ़ती भूमिकाज्योतिष विकास यात्रा में बाधाओं...
ज्योतिष शास्त्र की सबसे बड़ी विडंबना ये है कि इसमें शोध कार्य अपनी न्यूनतम सीमा तक पहुंच चुका है। इस विषय पर ज्यादातर शोध 13वीं-14वीं शताब्दी तक हुए। इसके पश्चात केवल इनकी टीकाएं और टिप्पणियां लिखी...
View Articleअद्भुत है गायत्री मंत्र के उच्चारण का प्रभावअद्भुत है गायत्री मंत्र के...
ॐ को सभी मंत्रों का सार कहा जाता है, हिन्दू पुराणों के अनुसार इस एक शब्द में समस्त ब्रह्मांड समाया हुआ है। ॐ की ध्वनि मनुष्य को भीतर तक तृप्त कर देती है। गायत्री मंत्र भी एक ऐसा ही अद्भुत मंत्र है जो...
View Article