भारत के इस शहर में जलाए नहीं, दफनाए जाते हैं हिंदुओं के शवभारत के इस शहर में...
भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में एक अनोखी परम्परा का पालन पिछले 86 वर्षों से किया जा रहा है। सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन यहां पिछले 86 सालों से हिंदुओं को कब्रिस्तान में...
View Articleवास्तु शास्त्र के अनुसार तुरंत हटा दें घर में रखी ये चीजें, बढ़ाती हैं...
सभी घरों में कोई टूटी-फूटी वस्तु होती ही है, लेकिन फिर भी उन्हें फेंकने की बजाए घर के किसी कोने में रख दी जाती है। ऐसे चीजें न सिर्फ घर की सुंदरता बिगाड़ती हैं, बल्कि देवी लक्ष्मी को नाराज भी करती...
View Articleचाणक्य नीति- जानिए किस तरह के धर्म, गुरु, पत्नी और भाई-बहन का त्याग कर देना...
ऐसा माना जाता है कि पति और पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है। कई विपरित परिस्थितियों में भी पति-पत्नी एक-दूसरे का साथ निभाते हैं। यदि पत्नी सर्वगुण संपन्न है तो तब तो दोनों का जीवन सुखी बना रहता...
View Articleइस शक्तिशाली यंत्र से हो सकती है आपके भी घर में समृद्धिइस शक्तिशाली यंत्र से...
ये शब्द हैं लॉर्ड मैकाले के, जो उन्होंने भारत का अनुभव करने के बाद ब्रिटिश पार्लियामेंट में कहा था। सदियों से हमारी संस्कृति हमारी ताकत रही है। आज हम खुद को एक ऐसे समय में पा रहे हैं , जब हम लगातार उस...
View Articleसात्विक प्रकृति बढ़ाए स्थिरता और शुद्धतासात्विक प्रकृति बढ़ाए स्थिरता और शुद्धता
कोई भी भौतिक चीज इन तीन आयामों – सत्व, रजस और तमस के बिना नहीं होती। हर अणु में ये तीन आयाम होते हैं – कंपन का, ऊर्जा का और एक खास स्थिरता का। अगर ये तीनों तत्व ना हों, तो आप किसी चीज को थाम कर नहीं...
View Articleमहाभारत कथा सत युग में क्यों बढ़ जाती हैं क्षमताएंमहाभारत कथा सत युग में क्यों...
अगर हॉल में अंधेरा है और मैं बत्ती जलाता हूं तो मैं प्रकाश अंधेरे को नष्ट करता है। मूर्ख विद्वानों या शोषकों ने इसके पीछे छुपे संकेत को समझे बिना इसका अर्थ लगा लिया। इसका अर्थ सांकेतिक है। जैसे सौर...
View Articleहिमालय निरन्तर ऊर्जा से सराबोर हैहिमालय निरन्तर ऊर्जा से सराबोर है
इंसान और हिमालय में काफी समानताएं हैं। सबसे बड़ी समानता है, अपने चरम को पाने की ललक की। यही कोशिश इनके जीवन में तमाम उथल-पुथल और भूचाल लाती है, फिर भी ये दोनों अपनी चाह नहीं छोड़ते। यही चीज दोनों को...
View Articleजीसस क्राइस्ट एक प्रेम भरी सम्भावनाजीसस क्राइस्ट एक प्रेम भरी सम्भावना
ईसामसीह और ईसाई धर्म लगभग पर्यायवाची हैं। मगर ‘ईश्वर के पुत्र’ के नाम पर, क्या हम उस असाधारण मानवता का मूलतत्व खो बैठे हैं, जिसके प्रतीक ईसामसीह थे। क्रिसमस के मौके पर सद्गुरु हमें याद दिला रहे हैं...
View Articleनाम के आधार पर ही जातक का भविष्यफल बताया जाता हैनाम के आधार पर ही जातक का...
नाम किसी मनुष्य की भौतिक पहचान के साथ-साथ उसके आंतरिक गुणों और व्यवहार आदि का भी वर्णन करता है। हिन्दू धर्म में नाम रखते समय ग्रहों आदि की चाल का विशेष ख्याल रखा जाता है, ताकि जातक का नाम उसके स्वभाव...
View Articleजानें देवता यमराजजी का चौंकाने वाला रहस्यजानें देवता यमराजजी का चौंकाने वाला...
कहते हैं कि विधाता लिखता है, चित्रगुप्त बांचता है, यमदूत पकड़कर लाते हैं और यमराज दंड देते हैं। मृत्य का समय ही नहीं, स्थान भी निश्चित है जिसे कोई टाल नहीं सकता। हिन्दू धर्म में तीन देवताओं को दंड...
View Articleहे माँ तुझे सलाम मेरी माँ को प्रणामहे माँ तुझे सलाम मेरी माँ को प्रणाम
मेरी माँ तुमने मेरे लिए बहुत कुछ किया, जिसे मै आज तक समझ न पाया। पुरुष वैसे भी स्त्री को समझने में असमर्थ हैं। मैं तुम्हारी सातवीं संतान था, तुम्हें मेरे जन्म पर भी बहुत पीड़ा हुई, उस पर भी मेरे जन्म...
View Articleहमारे शरीर और उसमें निहित चेतना का चमत्कारहमारे शरीर और उसमें निहित चेतना का...
हमारा शरीर एक अद्भुत संयंत्र है जो महच्चेतना की एक अनुपम सृष्टि है। मनुष्य द्वारा निर्मित कोई भी सयंत्र, यहाँ तक कि अत्याधुनिक सुपर कम्प्यूटर भी, इसकी तुलना में अत्यंत तुच्छ है। भौतिक संयंत्र को बाहरी...
View Articleसैन्नी एवं स्नोवा का आत्म खोजी उपन्याससैन्नी एवं स्नोवा का आत्म खोजी उपन्यास
देह गगन के सात समंदर वैसे एक कथ्य व शैली के हिसाब से उपन्यास है लेकिन वास्तव में यह एक आधुनिक उपनिषद की तरह है ।यह उपन्यास नहीं बल्कि जीवन शास्त्र है । इसमें स्वयं की खोज एवं स्वयं को पाने का वृतान्त...
View Articleस्वयं को जगाने हेतु ओम साधना करेंस्वयं को जगाने हेतु ओम साधना करें
प्राचीन काल से ओम का जाप किया जाता रहा है । सभी सनातन धर्मो में इसको प्रमुखता दी है। ओम का उच्चारण होश के साथ करने से भीतरी यात्रा करने में मदद मिलती है।शरीर में होने वाली हलचलों पर ध्यान जाता है साथ...
View Articleविज्ञान की नज़र से क्या पुनर्जन्म होता है?विज्ञान की नज़र से क्या पुनर्जन्म...
पुनर्जन्म आज एक धार्मिक सिद्धान्त मात्र नहीं है। इस पर विश्व के अनेक विश्वविद्यालयों एवं परामनोवैज्ञानिक शोध संस्थानों में ठोस कार्य हुआ है। वर्तमान में यह अंधविश्वास नहीं बल्कि वैज्ञानिक तथ्य के रुप...
View Articleमरने के बाद हमारा क्या होता है ?मरने के बाद हमारा क्या होता है ?
जीव अमर है। उसकी मृत्यु का कोई प्रश्न ही उपस्थित नहीं होता। अविनाशी आत्मा सदा से है और सदा तक रहेगा। शरीर की मृत्यु को हम लोग अपनी मृत्यु मानते हैं, बस इसीलिए डरते और भयभीत होते हैं। यदि अन्तःकरण को...
View Articleगणेश जी के 108 नाम इस प्रकार हैंगणेश जी के 108 नाम इस प्रकार हैं
गणेश जी के 108 नाम इस प्रकार हैं 1. बालगणपति: सबसे प्रिय बालक 2. भालचन्द्र: जिसके मस्तक पर चंद्रमा हो 3. बुद्धिनाथ: बुद्धि के भगवान 4. धूम्रवर्ण: धुंए को उड़ाने वाला 5. एकाक्षर: एकल अक्षर 6. एकदन्त: एक...
View Articleश्रावस्ती बौद्धों का एक धार्मिक स्थली हैश्रावस्ती बौद्धों का एक धार्मिक स्थली है
श्रावस्ती एक धार्मिक स्थली है जो उत्तर प्रदेश में स्थित हैं। इस नगरी का वर्णन महाभारत में भी मिलता है। राजा श्रावस्त के नाम पर बसी श्रावस्ती बौद्ध एवं जैन दोनों का तीर्थ है। यहाँ भगवान बुद्ध ने कई...
View Articleशांतिनाथ भगवान जी की आरतीशांतिनाथ भगवान जी की आरती
शांतिनाथ भगवान की हम आरती उतारेंगे। आरती उतारेंगे हम आरती उतारेंगे आरती उतारेंगे हम आरती उतारेंगे शांतिाथ भगवान... हस्तिनापुर में जनम लिये हे प्रभु देव करे जयकारा हो । जन्म महोत्सव करें कल्याणक, नाचे...
View Articleजाने गौतम बुद्ध के परिनिर्वाण के बारे मेंजाने गौतम बुद्ध के परिनिर्वाण के...
गौतम बुद्ध की मृत्यु के अवसर पर बौद्ध धर्म के अनुयायी परिनिर्वाण या निर्वाण दिवस मनाते हैं। बौद्ध जातक गौतम बुद्ध की मृत्यु का शोक नहीं मनाते क्योंकि उनका विश्वास हैं कि बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त करके...
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