हमारे देश में असहिष्णुता का क्या अर्थ हे?हमारे देश में असहिष्णुता का क्या...
टीचर : मोहन चलो खड़े हो जाओ, असहिष्णुता पर एक निबंध सुनाओ मोहन : टीचर जी असहिष्णुता 2 प्रकार की होती है एक अच्छी असहिष्णुता और दूसरी बुरी असहिष्णुता टीचर : जरा विस्तार से सुनाओ मोहन : टीचर जी अभी कुछ...
View Articleहर भारतवासी के मन में बसता है भारत देशहर भारतवासी के मन में बसता है भारत देश
भारत में गॉंव है, गली है, चौबारा है, इंडिया में सिटी है, मॉल है, पंचतारा है । भारत में घर है, चबूतरा है, दालान है, इंडिया में फ्लैट और मकान है। भारत में काका है, बाबा है, दादा है, दादी है, इंडिया में...
View Articleसास भी माँ ही होती हैसास भी माँ ही होती है
आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के साथ पट नहीं रही है। सास पुराने ख़यालों की थी और बहू नए...
View Articleजानें आत्मा अजर और अमर है क्योंजानें आत्मा अजर और अमर है क्यों
धार्मिक शास्त्रों और ग्रंथों में यह बात आती है. की यह आत्मा ईश्वर का ही अंश है। बस इसी वजह से यह ईश्वर की ही तरह अजर और अमर है। जिस तरह ईश्वर का स्वरूप हमें दिखाई नहीं देता बस हम एक इमेज बना लेते है....
View Articleगुप्तचरों की यह कहानी जो है सदियों पुरानीगुप्तचरों की यह कहानी जो है सदियों...
जासूस, जिसे हम गुप्तचर के नाम से भी जानते है। ये गुप्तचर आज नहीं सदियों से चले आ रहे है गुप्तचर का मतलब जिसे कोई न जाने और वे सभी के बारे में जान लें। आप जानते ही होगें की पौराणिक काल के शुरुआत से ही...
View Articleक्रोध से ही बनता है बुराइयों का अचार या मुरब्बाक्रोध से ही बनता है बुराइयों...
इस जगत में प्रत्येक प्राणी का अपना अपना कोई न कोई स्वभाव होता है. और वह अपने इस स्वभाव के मुताबिक ही अपने जीवन की शैली को आगे बढ़ाता है , हर किसी के जीने की प्रवृति अलग अलग होती है . मानव एक सामाजिक...
View Articleजीवन में हो जाऐं गलतियां तो ऐसे सुधारेंजीवन में हो जाऐं गलतियां तो ऐसे सुधारें
व्यक्ति अक्सर जीवन में गलतियां कर देता है। कुछ गलतियां कार्य स्थल में होती हैं, कुछ गलतियां जीवन में होती हैं लेकिन गलती करने के बाद जब उसे गलतियों का अहसास होता है तो उसे अपराध बोध होने लगता है। वह...
View Articleकर्मों की श्रेष्टता में ही निहित है मानव की प्रतिष्ठाकर्मों की श्रेष्टता में...
कर्मों से ही मानव को सदगति और दुर्गति का सामना करना पड़ता है.मानव के कर्म ही उसे सुख और दुःख की और ले जाते है. मानव जीवन में उसके कर्मों की ही तो प्रधानता है. जो उसे उचाईयों तक ले जाते है . हमें अपने...
View Articleअहंकार ही मानव को नीचे गिराता हैअहंकार ही मानव को नीचे गिराता है
मानव जीवन में यदि किसी वस्तु , धन -दौलत , नौकरी जैसी चीजों की प्राप्ति हुई तो उसे अहम की भावना आ जाती है. ऐसे कुछ ही लोग होते है . वास्तविक रूप से इस संसार में लोगो को तीन ही चीज का विशेष अहंम होता है...
View Articleजिंदगी की राह पर जीने का ढंगजिंदगी की राह पर जीने का ढंग
व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन में किसी न किसी समस्या का सामना करना ही होता है .ये समस्याएं तो मानव के जीवन का हिस्सा हैं। वे आएंगी और चली जाएंगी। कई बार यह होता है की किसी न किसी समस्या को लेकर इतने परेशान...
View Articleजब उम्र 16 की थी और 2 बटन खुले थेजब उम्र 16 की थी और 2 बटन खुले थे
जब सुबह की चाय से ज्यादा, दोस्त की ही ज़रूरत थी. और 5 स्टार के खाने के मज़े लंच ब्रेक की पूड़ी सब्जी में लिए थे. यह बात है उन दिनों की, जब उम्र 16 की थी और 2 बटन खुले थे. जब ऊपर का बटन बंद करने पर, गला...
View Articleज़माने में जीना चाहते है तो पहले मरना सीखेज़माने में जीना चाहते है तो पहले मरना...
एक गांव में एक आदमी ने एक तोते को कैंद कर एक पिंजरे में बन्द कर दिया, तोते को मुक्ति का कोई मार्ग नहीं मिल पा रहा था । एक बार जब वह आदमी किसी काम से दूसरे गांव जा रहा था, तो उसके तोते को याद आया की उस...
View Articleमाता पिता अपने बच्चो की हर ख्वाहिश पूरी करते हैमाता पिता अपने बच्चो की हर...
बड़े गुस्से से मैं घर से चला आया इतना गुस्सा था की गलती से पापा के ही जूते पहन के निकल गया मैं आज बस घर छोड़ दूंगा, और तभी लौटूंगा जब बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा जब मोटर साइकिल नहीं दिलवा सकते थे, तो...
View Articleशैतान ने खिलाया भोजनशैतान ने खिलाया भोजन
एक बार एक अत्यंत गरीब महिला जो ईश्वरीय शक्ति पर बेइंतिहा विश्वास करती थी, एक बार अत्यंत ही विकट स्थिति में आ गई। कई दिनों से खाने के लिए पूरे परिवार को कुछ नहीं मिला। एक दिन उसने रेडियो के माध्यम से...
View Articleचाणक्य के अनुसार जीवन के कुछ सूत्रचाणक्य के अनुसार जीवन के कुछ सूत्र
दूसरो की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी, किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं, अगर कोई सर्प जहरीला नहीं है...
View Articleअपनों की पीड़ाअपनों की पीड़ा
एक सुनार था, उसकी दुकान से मिली हुई एक लोहार की दुकान थी। सुनार जब काम करता तो उसकी दुकान से बहुत धीमी आवाज़ आती, किन्तु जब लोहार काम करता तो उसकी दुकान से कानों को फाड़ देने वाली आवाज़ सुनाई देती। एक...
View Articleअपने हौसले को सिमित न रखेअपने हौसले को सिमित न रखे
बहुत समय पहले की बात है , एक राजा को उपहार में किसी ने बाज के दो बच्चे भेंट किये । वे बड़ी ही अच्छी नस्ल के थे , और राजा ने कभी इससे पहले इतने शानदार बाज नहीं देखे थे। राजा ने उनकी देखभाल के लिए एक...
View Articleप्रभु की सच्ची आराधनाप्रभु की सच्ची आराधना
एक पादरी महाशय समुद्री जहाज से यात्रा कर रहे थे, रास्ते में एक रात तुफान आने से जहाज को एक द्वीप के पास लंगर डालना पडा। सुबह पता चला कि रात आये तुफान में जहाज में कुछ खराबी आ गयी है, जहाज को एक दो दिन...
View Articleदहेज़ एक अभिश्राप है, दहेज ना ले और ना देदहेज़ एक अभिश्राप है, दहेज ना ले और ना दे
मोहल्ले में रहने वाली दो लडकियों दीपिका और सोनाली की शादी एक ही दिन तय हुई, दीपिका गरीब घर की लड़की थी उसके पिताजी एक छोटे किसान थे, जबकि सोनाली अमीर घराने की लड़की थी उसके पिताजी का कारोबार कई शहरो...
View Articleजिस घर में प्रेम रहता है सफलता उनके कदम चूमती हैजिस घर में प्रेम रहता है...
एक दिन एक औरत अपने घर के बाहर आई और उसने तीन संतों को अपने घर के सामने देखा। वह उन्हें जानती नहीं थी। औरत ने कहा कृपया भीतर आइये और भोजन करिए। संत बोले क्या तुम्हारे पति घर पर हैं? औरत ने कहा नहीं, वे...
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