मन की शांति के उपायमन की शांति के उपाय
मन बड़ा चंचल होता है। हर पल बदलता रहता है कभी कहीं तो कभी कहीं। विचलित मन से कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। और मन अशांत रहता है। वर्तमान में कई रोगों की वजह से भी मन अशांत रहता है। जिस तरह बाजार...
View Articleजिंदगी हमेशा जीना सिखाती है कभी निराश होना नहींजिंदगी हमेशा जीना सिखाती है...
निराशा के क्षणों को कभी भी जीवन पर हावी न होने दें। बल्कि जीवन के हताशा भरे क्षणों से कुछ सीखने का प्रयास करें। इन लम्हों से उबरकर आगे बढ़ना और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए।...
View Articleजीवन के असली मूल्य को समझना चाहिएजीवन के असली मूल्य को समझना चाहिए
एक समय की बात है। एक शहर में एक धनी आदमी रहता था। उसकी लंबी-चौड़ी खेती-बाड़ी थी और वह कई तरह के व्यापार करता था। बड़े विशाल क्षेत्र में उसके बगीचे फैले हुए थे, जहां पर भांति-भांति के फल लगते थे। उसके...
View Articleईश्वर से डरें नहीं, प्रेम करें और प्रेरणा लेंईश्वर से डरें नहीं, प्रेम करें...
हिन्दू धर्म में कई देवी-देवताओं का वर्णन है। मान्यतानुसार हमें भगवान ने बनाया है और वही हमारा पालन करता है। हम सभी परमपिता ईश्वर की सन्तान हैं। भगवान कई प्रकार के होते हैं। भगवान शिव को रुद्र तो...
View Articleविवेक का महत्व - दार्शनिक सुकरातविवेक का महत्व - दार्शनिक सुकरात
एक बार यूनान के महान जाने-माने दार्शनिक सुकरात अपने शिष्यों के संग बैठे हुए थे। इतने में एक ज्योतिषी जो चेहरा देखकर चरित्र बताने का दावा किया करता था, वहाँ आ गया। अब सुकरात के विचार जितने सुन्दर थे,...
View Articleॐ का दिव्य जापॐ का दिव्य जाप
हमारे शास्त्रों में ॐ को एक पवित्र शब्द माना गया है. ॐ एक पवित्र ध्वनि तो है ही लेकिन इसके साथ ही यह अनंत शक्ति का भी प्रतीक है. ॐ यानि ओउम का शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है. ये शब्द हैं अ उ म. “अ”...
View Articleआत्मविश्वास बढ़ाने के वास्तु शास्त्र से सम्बंधित उपायआत्मविश्वास बढ़ाने के...
1. अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आप सुबह जल्दी उठ कर उगते सूर्य पर कम से कम 5 मिनट तक ध्यान करे. 2. साथ ही आप अपने दाये हाथ की अंगुली में सोने से बनी अंगूठी पहने. 3. इसके अलावा आप...
View Articleकौन हैं भगवान शिव जानिएकौन हैं भगवान शिव जानिए
भगवान को लेकर लोगों में कौतूहल होता है. आखिर भगवान कौन हैं? ये कहां से आते हैं? भगवान में सबसे पहले किसका अस्तित्व विकसित हुआ? और कौन से भगवान प्रथम थे? लेकिन इन सभी में एक बात प्रमुखता से कही जाती है...
View Articleक्या है ब्रह्मास्त्र और इसकी वास्तिवकताक्या है ब्रह्मास्त्र और इसकी वास्तिवकता
आज हम बात कर रहे हैं पौराणिक वर्णित शस्त्र ब्रह्मास्त्र की जो इतना शक्तिशाली था कि देवता और मनुष्य सभी उससे कापंते थे। माना जाता है कि उस शस्त्र इतनी उर्जा निकलती थी कि वह धरती को पल में भस्म कर सकती...
View Articleसंस्कृत भाषा के रहस्यसंस्कृत भाषा के रहस्य
दुनिया की पहली पुस्तक की भाषा होने के कारण संस्कृत भाषा को विश्व की प्रथम भाषा मानने में कहीं कोई संशय की गुंजाइश नहीं हैं।इसके सुस्पष्ट व्याकरण और वर्णमाला की वैज्ञानिकता के कारण सर्वश्रेष्ठता भी...
View Articleजानिए शादी के बाद लड़कियों को बिंदी लगाना क्यों जरूरी होता हैजानिए शादी के...
बिंदिया लड़कियों को सोलह श्रृंगार में से एक माना गया है। इसीलिए बिंदी किसी भी लड़की की खूबसूरती में चार-चांद लगा देती है। लड़कियां इसका उपयोग सुंदरता बढ़ाने के उद्देश्य से करती हैं और विवाहित महिलाओं...
View Articleजानिए भविष्य पुराण की कुछ सच्ची भविष्यवाणियों कोजानिए भविष्य पुराण की कुछ...
भविष्य पुराण भारत की प्राचीन सनातन संस्कृति का एक अनमोल हिस्सा है। यह 18 पुराणों में से एक है, इसके रचयिता महर्षि वेद व्यास हैं। व्यास जी ने यह पुराण कलियुग में होने वाली घटनाओं के उपर लिखा है। इसकी...
View Articleविदुर नीति-बुद्धिमान से बैर करना ठीक नहींविदुर नीति-बुद्धिमान से बैर करना ठीक...
कई मूर्ख लोग सभ्य और बुद्धिमान व्यक्तियों को अहिंसक समझकर उनका अपमान करते हैं। उनके प्रति अपराध करते हुए उनको लगता है कि यह तो अहिंसक व्यक्ति है क्या कर लेगा? आजकल तो हिंसा के प्रति लोगों का मोह ऐसा...
View Articleसंत कबीर के दोहे-पराई नारी से मजाक न करोसंत कबीर के दोहे-पराई नारी से मजाक न करो
मनुष्य अपने सुख के पल तो एकदम सहजता से गुजार लेता है पर जब दुःख आता है तो भगवान को याद करता है। सच बात तो यह है कि मनुष्य अपने संकटों को स्वयं ही आमंत्रित करता है। कई बार तो ऐसे वाद विवादों को जन्म...
View Articleभगवान श्रीविष्णु कर्म के प्रेरणा स्तोत्र-सामवेद से संदेशभगवान श्रीविष्णु कर्म...
भगवान विष्णु कर्म और फल के प्रतीक भगवान माने जाते हैं। यही कारण है कि भगवान विष्णु तथा लक्ष्मी के अनेक अवतार समय समय पर हुए है। ब्रह्मा संसार के रचियता तो भगवार शिव संहारक और उद्धारकर्ता कहे गये हैं...
View Articleसम्पूर्ण चाणक्य नीतिसम्पूर्ण चाणक्य नीति
आचार्य चाणक्य एक ऐसी महान विभूति थे, जिन्होंने अपनी विद्वत्ता, बुद्धिमता और क्षमता के बल पर भारतीय इतिहास की धारा को बदल दिया। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चाणक्य कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ,...
View Articleआदमी अपने मूल स्वभाव के अनुसार रस का आनंद लेता हैआदमी अपने मूल स्वभाव के...
पूरे विश्व में उपभोग संस्कृति का प्रभाव बढ़ रहा है। धार्मिक गुरु तथा समाज चिंत्तक भले ही अपने समाजों के सांस्कृतिक, धार्मिक तथा श्रेष्ठ होने का दावा भले करें पर सच यह है कि अध्यात्मिक दृष्टि से लोगों...
View Articleभारतीय दर्शन और चिंतनभारतीय दर्शन और चिंतन
वैदिक दर्शन जिसे षडदर्शन(Group of 6 Philosophies)आर्य परम्पराओ का विस्तार है जो आगे लगभग ५ वी सदी इस्वी में पौराणिक मूर्तिपूजक हिंदुत्व के रूप में परिवर्तित हो गया.वैदिक दर्शन की धारायें:-...
View Articleवेदान्त के बारे मेंवेदान्त के बारे में
वेदान्त का अर्थ- वेदान्त का अर्थ है- वेद का अन्त या सिद्धान्त। तात्पर्य यह है- ‘वह शास्त्र जिसके लिए उपनिषद् ही प्रमाण है। वेदांत में जितनी बातों का उल्लेख है, उन सब का मूल उपनिषद् है। इसलिए वेदान्त...
View Articleधर्म के बारे में कुछ तथ्यधर्म के बारे में कुछ तथ्य
हिंदू धर्म (हिंदुत्व) : जिसे ब्रह्मवाद भी कहते हैं, एक बुतपरस्त (मूर्तिपूजक) धर्म है, जिसका भारत के अधिकांश लोग पालन करते हैं, यह आस्थाओं, परंपराओं और रीतियों का एक समूह है जो पंद्रहवीं शताब्दी ईसा...
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