पहले खुद की गलतियां सुधारे फिर दुसरो की गलती बतायेपहले खुद की गलतियां सुधारे...
हमेशा से मनुष्य की फितरत रही है कि वह खुद की गलतियों को ना देखते हुए दुसरे की गलतियों पर ज्यादा ध्यान देता है जबकि यह पूरी तरह गलत होता है तो आइये इसी सम्बन्ध में हम आपको एक कहानी सुनाते है जो यह...
View Articleजीवन का लक्ष्य स्पष्ट होजीवन का लक्ष्य स्पष्ट हो
असफलता यह सिद्ध करती है कि सफलता का प्रयास पूरे मन से नहीं किया गया।’’ संसार में प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में हर क्षेत्र में सफल होना चाहता है चाहे नौकरी हो या व्यापार, विद्यार्जन हो, प्रतियोगी...
View Articleजीवन जीने की कलाजीवन जीने की कला
जीवन जीना भी एक कला है अगर हम इस जीवन को किसी Art-Work की तरह जिए तो बहुत सुन्दर जीवन जिया जा सकता है ! वर्तमान में जब चारों ओर अशांति और बेचैनी का माहौल नजर आता है। ऐसे में हर कोई शांति से जीवन जीने...
View Articleजीवन जीने की कला – विपश्यना साधनाजीवन जीने की कला – विपश्यना साधना
सभी सुख एवं शांति चाहते हैं, क्यों कि हमारे जीवन में सही सुख एवं शांति नहीं है। हम सभी समय समय पर द्वेष, दौर्मनस्य, क्रोध, भय, ईर्ष्या आदि के कारण दुखी होते हैं। और जब हम दुखी होते हैं तब यह दुख अपने...
View Articleजिंदगी की राह पर तो सभी चलते हैं पर तनाव रहित वही है, जो इन बातों का ध्यान...
मानव जीवन में मात्र उसके विचारों की ही तो महत्वता होती है जो उसे महान बनाने में सहायक होते है . और विचारों में श्रेष्टता से ही हम शांत व स्थिर मन से जीवन के कार्यों को गति प्रदान करते है . हमें...
View Articleमनुष्य के व्यक्तित्व का जन्म संस्कारो से हुआ हैमनुष्य के व्यक्तित्व का जन्म...
एक गर्भवती सिंहनी पहाड़ से छलांग लगाती हे बीच में ही बच्चा हो गया और वह बच्चा नीचे गिर गया। नीचे से भेड़ों का एक झुंड निकल रहा था, वह बच्चा भेड़ों के साथ हो लिया। उस शेर के बच्चे ने बचपन से ही अपने को...
View Articleमाँ बेटी का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता जो हमें भी कुछ सिखातामाँ बेटी का...
इस जगत में माँ के जैसा पावन , पवित्र , दयालु , ममतामई और कोई नहीं, कहते है कि जब एक औरत माँ बनती है. तब वह संपूर्ण हो जाती है वह इतनी खुश होती है. उसे लगता है कि मेने इस संसार की सबसे बड़ी खुशी हासिल...
View Articleअसफलता से डरे नहीं, उसका स्वागत करेअसफलता से डरे नहीं, उसका स्वागत करे
असफलता एक सामान्य प्रक्रिया है और यदि असफलताओं को सकारात्मक नजरिए से देखा जाए तो ये बेहद रचनात्मक साबित हो सकती है. यदि आप भी असफलताओं के दौर से गुजर रहे हैं तो ये कुछ कारगर उपाय अपना सकते हैं: असफलता...
View Articleक्या आप ले पाते है सही निर्णय?क्या आप ले पाते है सही निर्णय?
कहते हैं डिसीजन मेकिंग पावर अनुभव के साथ आती है परंतु वर्तमान में यह कहना गलत होगा क्योंकि कार्पोरेट वर्ल्ड में अलग-अलग स्तरों पर युवाओं से लेकर प्रौढ़ महत्वपूर्ण निर्णय ले रहे हैं. कई कंपनियों में...
View Articleआचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीतिआचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीति
आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीतियों में सफल और सुखी जीवन के कई सूत्र बताए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति चाणक्य की नीतियों का पालन करता है तो निश्चित ही वह कई प्रकार की परेशानियों से बच सकता है। अक्सर...
View Articleज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही वृहद ज्ञान हैज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही वृहद ज्ञान है
ज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही वृहद ज्ञान है। इसे सीखना आसान नहीं है। ज्योतिष शास्त्र को सीखने से पहले इस शास्त्र को समझना आवश्यक है। सामान्य भाषा में कहें तो ज्योतिष माने वह विद्या या शास्त्र जिसके...
View Articleवेद मानव सभ्यता के सबसे पुराने लिखित दस्तावेज हैंवेद मानव सभ्यता के सबसे...
ऋग्वेद को संसार की सबसे प्राचीन और प्रथम पुस्तक माना है। इसी पुस्तक पर आधारित है हिंदू धर्म। इस पुस्तक में उल्लेखित 'दर्शन' संसार की प्रत्येक पुस्तक में मिल जाएगा। माना जाता है कि इसी पुस्तक को आधार...
View Articleगंगा सप्तमी के पर्व पर मां गंगा में डुबकी लगाने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते...
शास्त्रों के अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी को मां गंगा स्वर्ग लोक से भगवान शिवशंकर की जटाओं में पहुंची थी। इसलिए इस दिन को गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। जिस दिन गंगाजी की उत्पत्ति हुई वह दिन गंगा...
View Articleधार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन माता सीता का प्राकट्य हुआ थाधार्मिक ग्रंथों...
वैशाख शुक्ल नवमी को सीता नवमी कहते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन माता सीता का प्राकट्य हुआ था। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को पुष्य नक्षत्र के मध्याह्न काल में...
View Articleदैनिक जीवन में आने वाली परेशानियों को खत्म करेगा ये सुरक्षा कवचदैनिक जीवन में...
सनातन धर्म के प्रत्येक देवी-देवता का संबंध किसी वस्तु विशेष या इच्छा से माना जाता है। यदि अपनी अभिलाषाओं के अनुसार देवी-देवता के स्वरूप का चयन कर घर के मंदिर में स्थापित करके प्रतिदिन दीप दान किया जाए...
View Articleईश्वरीय कृपा व पुरुषार्थ के साथ ही कुछ उपायईश्वरीय कृपा व पुरुषार्थ के साथ ही...
हम अपने बड़े-बुजुर्गों से कई बार उपाय सुनते हैं जिसे करने से लाभ मिलने का अनुभव मिलता है। ईश्वरीय कृपा व पुरुषार्थ के साथ ही कुछ उपाय किए जाएं तो सफलता मिलती है, ऐसा दावा पूर्वजों का रहा है। प्रस्तुत...
View Articleभूत को छोड़ वर्तमान में जियें , भविष्य उज्जवल ही होगाभूत को छोड़ वर्तमान में...
प्रत्येक व्यक्ति व्यवहार और वाणी की मधुरता के कारण ही पूज्य होता है, उसके जीवन से दौलत, मित्र, पत्नी और राज्य यदि चला जाए तो वापिस आ सकता है। लेकिन यदि आपकी आत्मा इस तन से एक बार निकल गई तो दोबारा उस...
View Articleमानसिकता से ही बनती है परिवार में दूरियाँमानसिकता से ही बनती है परिवार में...
आज हमारा यह समाज बदलता सा जा रहा है. लोग आज समाज से तो क्या अपने परिवार से दूरियाँ बना रहे है .आज इस दौर में हमारी महत्वाकांक्षाएं , जरूरतें इतनी बढ़ती जा रही है. की हम उनकी पूर्ति के लिए कुछ भी करने...
View Articleहम किसी की बहन की रक्षा करते हैं, तो कल कोई हमारी बहन की रक्षा करेगाहम किसी...
एक व्यक्ति और उसकी फैमिली परेशान थी. दरअसल उस क्ति की बहन नेहा कॉलेज से अब तक घर नहीं आयी थी. रोजाना 2 बजे वह घर पर आ जाती थी, लेकिन आज उसे बहुत देर हो गयी थी. आखिरकार शाम को जब वह घर आयी, तो उसने...
View Articleचोर ने भेजा माँ को मनीआडर्रचोर ने भेजा माँ को मनीआडर्र
एक व्यक्ति की नौकरी छूट चुकी थी, वह समझ नहीं पा रहा था की वह अपनी माँ को कैसे बताये की उसकी रोजी रोटी छीन चुकी थी इसी सोच को लेकर वह बस से उतरकर जेब में हाथ डाला। वह चौंक पड़ा। जेब कट चुकी थी। जेब में...
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