जाने कितने और कैसे शनिवार व्रत संकटमोचक होते हैंजाने कितने और कैसे शनिवार...
जीवन में अभाव से मतलब मात्र धन की कमी ही नहीं, बल्कि उससे भी ज्यादा कर्म, विचार और बुद्धि के अभाव से है, जो तमाम दु:खों का कारण बनते हैं। इसलिए शास्त्रों में कर्म दोष से छुटकारा जरूरी बताया गया है।...
View Articleआखिर क्या है कहानी जहाँ पहले था एक मंदिर लेकिन अब है एक मस्जिदआखिर क्या है...
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जन्म भूमि का इतिहास लाखो वर्ष पुराना है । इस पोस्ट में विभिन्न पुस्तकों से मिले कुछ तथ्यों को संकलित करने का प्रयास कर रहा हूँ , जिससे रामजन्मभूमि और इतिहास के बारे में...
View Articleमुझे आपसे एक निवेदन करना हैमुझे आपसे एक निवेदन करना है
भगवान् बुद्ध क एक अनुयायी ने कहा , ” प्रभु ! मुझे आपसे एक निवेदन करना है .” बुद्ध: बताओ क्या कहना है ? अनुयायी: मेरे वस्त्र पुराने हो चुके हैं . अब ये पहनने लायक नहीं रहे . कृपया मुझे नए वस्त्र देने...
View Articleशिव आराधना से मिलता है शनि कष्टों का समाधान !शिव आराधना से मिलता है शनि...
शिव आराधना से मिलता है शनि कष्टों का समाधान यूं तो श्रावण मास में हर दिन शिव की आराधना के लिए श्रेष्ठ है लेकिन मगर सोमवार का दिन काफी अच्छा होता है। दरअसल सोमवार भगवन शिव का प्रिय दिन होता है। इस दिन...
View Articleइसलिए रक्षाबंधन एक महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता हैइसलिए रक्षाबंधन एक...
रक्षा बंधन का पर्व श्रवण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. वर्ष 2016 में यह 18 अगस्त, के दिन मनाया जायेगा. यह पर्व भाई -बहन के रिश्तों की अटूट डोर का प्रतीक है. भारतीय परम्पराओं का यह एक ऎसा पर्व है,...
View Articleजानें तुलसी से जुड़ी एक कथा जो बहुत प्रचलित हैजानें तुलसी से जुड़ी एक कथा जो...
दोस्तों, तुलसी से जुड़ी एक कथा बहुत प्रचलित है। श्रीमद देवी भागवत पुराण में इनके अवतरण की दिव्य लीला कथा भी बनाई गई है। प्रचलित है की एक बार भगवान शिव ने अपने तेज को समुद्र में फेंक दिया था। उससे एक...
View Articleजानें श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व के अनेक पहलूजानें श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व के...
माँ के लाड़ले, जिनके संपूर्ण व्यक्तित्व में मासूमियत समाई हुई है। कहते तो लोग ईश्वर का अवतार हैं, पर वे बालक हैं तो पूरे बालक। माँ से बचने के लिए कहते हैं- मैया मैंने माखन नहीं खाया। माँ से पूछते हैं-...
View Articleजब शरीर छूटता है तो आखिर व्यक्ति के साथ क्या होता है?जब शरीर छूटता है तो आखिर...
जब शरीर छूटता है तो व्यक्ति के साथ क्या होता है यह सवाल सदियों पुराना है। इस संबंध में जनमानस के चित्त पर रहस्य का पर्दा आज भी कायम है जबकि इसका हल खोज लिया गया है। फिर भी यह बात विज्ञान सम्मत नहीं...
View Articleगुरु बृहस्पति ने दिया था रक्षाबंधन बाँधने का सुझावगुरु बृहस्पति ने दिया था...
रक्षाबंधन और श्रावण पूर्णिमा ये दो अलग-अलग पर्व हैं जो उपासना और संकल्प का अद्भुत समन्वय है। और एक ही दिन मनाए जाते हैं। पुरातन व महाभारत युग के धर्म ग्रंथों में इन पर्वों का उल्लेख पाया जाता है। यह...
View Articleजरा संभल कर इन चार कार्यों को करने से जल्दी पा सकते हैं आप जीवन से मुक्तिजरा...
गरुड़ पुराण के बारे में लोगों में यह भ्रांति है कि इसमें सिर्फ मृत्यु के पश्चात होने वाली घटनाओं का ही उल्लेख है। यह पूर्णत: सत्य नहीं है। गरुड़ पुराण में मृत्यु के पश्चात न्याय एवं स्वर्ग-नर्क का...
View Articleसिक्किम में राजवंश की स्थापना इन्ही के आशीर्वाद से हुई थी संपन्नसिक्किम में...
तिब्बती बौद्ध पंथ ञिङ् मापा (पुरातन पंथ) के लोग पद्मसंभव की तांत्रिक क्रियाओं, पूजा का अनुपालन आज भी करते है ।आज चीन-जापान,कोरिया मे का लोकप्रिय बौद्ध सम्प्रदाय है । भारत के वाजार मे कहीं चीनी...
View Articleइसलिए हनुमान जी को करना पड़ा था विवाहइसलिए हनुमान जी को करना पड़ा था विवाह
ऎसी मान्यता है कि हनुमान जी जब अपने गुरु सूर्य देव से शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। उस दौरान सूर्य देव ने हनुमान जी के सामने यह शर्त रख दी कि अब आगे कि शिक्षा तभी प्राप्त कर सकते हो जब तुम विवाह कर लो।...
View Articleजनेऊ धारण करने के बाद निभाये जातें हैं कई सारे नियमजनेऊ धारण करने के बाद...
हिन्दू धर्म में कई तरह की मान्यताएं हैं जिनमें जनेऊ धारण और शिखा बंधन का अपना महत्व है। शास्त्रों में कहा गया है कि हर जनेऊ धारण करने वाले को शौच कर्म के समय कान पर जनेऊ लपेटकर रखना चाहिए। जबकि...
View Articleतो ऐसे करेंगी लक्ष्मी जी हमारे घर में निवासतो ऐसे करेंगी लक्ष्मी जी हमारे घर...
देवी महालक्ष्मी की कृपा से धन और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। लक्ष्मी कृपा के लिए पूजा-अर्चना के साथ-साथ हमारे घर का वातावरण भी शुद्ध रहना चाहिए। लक्ष्मी को कैसा वातावरण चाहिए, इस संबंध में देवी...
View Articleतो शिव द्वारा ऐसे उत्पन्न हुए रुद्राक्षतो शिव द्वारा ऐसे उत्पन्न हुए रुद्राक्ष
रूद्राक्ष का एक अर्थ है रूद्र यानी शिव की आंख या आंख के आंसू। कहते हैं सती की मृत्यु से शिव को बहुत दुख हुआ और उनके आंसू कई जगह बहे। उनसे रूद्राक्ष के बीज उत्पन्न हुआ। रूद्राक्ष स्वयं भगवान शिव ही हैं...
View Articleतो इसलिए शुरू हुई भोले नाथ की कांवड़ यात्रातो इसलिए शुरू हुई भोले नाथ की कांवड़...
भोलेनाथ के भक्त यूं तो सालों भर कांवड़ चढ़ाते रहते हैं लेकिन सावन में इसकी धूम कुछ ज्यादा ही रहती है क्योंकि यह महीना है भगवान शिव को समर्पित। और अब तो कांवड़ सावन महीने की पहचान बन चुका है।...
View Articleजानें महाभारत के दौरान श्री कृष्ण का मूंगफली खाने में क्या रहस्य छुपा...
महाभारत युद्ध के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने कई लीलाएं दिखाई और बिना अस्त्र शस्त्र उठाए ही पांडवों को युद्ध में विजयी बना दिया। श्री कृष्ण की लीलाओं में एक बड़ी ही रोचक लीला थी हर दिन मूंगफली...
View Articleक्या आप जानते हैं मृत्यु से पहले मिल जाते हैं कुछ संकेतक्या आप जानते हैं...
कठोपनिषद् और गरुड़ पुराण से लेकर शिव पुराण तक सभी में बताया गया है कि जो धरती पर आया है उसे अपने शरीर को छोड़कर एक न एक दिन जाना जरूर है क्योंकि यह धरती मृत्यु लोक है यानी यहां पर मृत्यु का...
View Articleएक बालक का त्याग जो आपको भी कुछ प्रेरणा देता हैएक बालक का त्याग जो आपको भी...
प्राचीन ग्रंथों से हमें बहुत सी कथाएं प्राप्त होती है जो सत्य होती और हम उन्हीं कथाओं से अपने जीवन में बहुत कुछ सीख सकते है .मार्गदर्शन देने वाले व्यक्ति अपने विचारों को किसी के समक्ष या लिखित रूप में...
View Articleव्यक्ति में बदलाव उसके धर्म से नहीं कर्म और विचारो से आता है .व्यक्ति में...
इस मानव जगत में सभी धर्म,जाति,संप्रदाय एक समान है.कोई छोटा, बड़ा नहीं है.धर्म मानव को नहीं बदलता न ही उसे नीचे गिराता मानव तो खुद अपने कर्मों से अच्छा या बुरा स्थान पाता है. धर्म न किसी की आलोचना करने...
View Article