आखिर क्यों वेदव्यास ने गणेश जी से किया था अनुरोधआखिर क्यों वेदव्यास ने गणेश...
बहुत कम लोग जानते है कि गणपति सिद्धि-सिद्धि के दाता ही नहीं बल्कि महान लेखक भी हैं। गणपति ने ही पौराणिक कथाओं को लुप्त होने से बचाने के लिए वेदव्यास के अनुरोध पर महाभारत को सरल भाषा में लिपिबद्ध किया...
View Articleआखिर शनि देव पर तेल ही क्यों चढ़ाया जाता हैआखिर शनि देव पर तेल ही क्यों चढ़ाया...
शनिदेव दक्षप्रजापति की पुत्री संज्ञादेवी और सूर्यदेव के पुत्र है। यह नवग्रहों में सबसे अधिक भयभीत करने वाला ग्रह है। इसका प्रभाव एक राशि पर ढाई वर्ष साढे साती के रूप मे लंबी अवधि तक भोगना पडता है।...
View Articleक्या आप जानते हैं शनि के अनुचर हैं राहु और केतुक्या आप जानते हैं शनि के अनुचर...
शनि के अनुचर हैं राहु और केतु। शरीर में इनके स्थान नियुक्त हैं। सिर राहु है तो केतु धड़। यदि आपके गले सहित ऊपर सिर तक किसी भी प्रकार की गंदगी या खार जमा है तो राहु का प्रकोप आपके ऊपर मँडरा रहा है और...
View Articleक्या आप जानते हैं की मंदिर में जाने से पहले घंटी क्यों बजायी जाती हैक्या आप...
हिंदू धर्म में देवालयों व मंदिरों के बाहर घंटियां या घडिय़ाल पुरातन काल से लगाए जाते हैं। जैन और हिन्दू मंदिर में घंटी लगाने की परंपरा की शुरुआत प्राचीन ऋषियों-मुनियों ने शुरू की थी। इस परंपरा को ही...
View Articleहिन्दू धर्म की संस्कृति क्या वाकई में विज्ञान से जुडी हुई हैहिन्दू धर्म की...
ऐसी बहुत सी चीजें है जो हम सदियों से करते चले आ रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाथ जोड़ कर नमस्कार करना, बड़ों के पैर छूना, मंदिर की घंटी बजाना, आदि हम सिर्फ संस्कृति के हिसाब से ही नहीं करते,...
View Articleजहां ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा होगी वहां मां लक्ष्मी विराजमान रहेंगीजहां ज्यादा...
यदि आप आज की तेज भागदौड़ वाली जिंदगी में प्रकृति से दूर हो गए हैं तो आपको जीवनशैली बदलने की जरूरत है। इस मामले मेंं फेंगशुई आपके लिए कारगर साबित हो सकती है और प्रकृति की आवाजों को आपसे जोड़कर घर में...
View Articleकिसी की वस्तुएं इस्तेमाल करने से पहले ये जान लें की पड़ सकते हैं आप मुसीबत...
प्रत्येक व्यक्ति में सकारात्मक अौर नकारात्मक ऊर्जा होती है। व्यक्ति की ऊर्जा से उसके आस-पास अौर प्रयोग करने वाली वस्तुएं भी प्रभावित होती हैं। किसी की वस्तुएं प्रयोग करने से आर्थिक परेशानियों अौर...
View Articleचाणक्य की नीतियों को जीवन में अपनाने से सफलता की प्राप्ति होती हैचाणक्य की...
आचार्य चाणक्य बुद्धिमान व्यक्ति थे। उन्होंने अपने ज्ञान को स्वयं तक सीमित नहीं रखा बल्कि ज्ञान को चाणक्य नीति में लिखकर अपनी आने वाली पीढ़ियों को भी दिया। जिन पर अमल करके चिंताअों से मुक्त हो सकते...
View Articleअगर आपके घर के सामने होंगी ये चीजें तो करना पड़ सकता आपको मुसीबतों का सामनाअगर...
घर की वस्तुअों में बदलाव करके वास्तुदोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है परंतु घर को वास्तु के अनुसार सजाने-संवारने से लाभ नहीं होता, घर के मुख्य द्वार के सामने की चीजें भी अपना प्रभाव दिखाती हैं।...
View Articleक्या आप जानतें हैं मुख्य द्वार जीवन में कई समस्याओं को उत्पन्न कर सकते...
वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार सकारात्मक दिशा के द्वार गृह स्वामी को लक्ष्मी, ऐश्वर्य, पारिवारिक सुख एवं वैभव प्रदान करते हैं जबकि नकारात्मक दिशा में मुख्य द्वार जीवन में समस्याओं को उत्पन्न कर सकते...
View Articleजीवन में कमाना चाहतें हैं अगर मान-सम्मान तो करने होंगे ये उपायजीवन में कमाना...
जीवन में मान-सम्मान का बहुत महत्व है। यह भी कहा जाता है कि जिस व्यक्ति का घर-परिवार, समाज आदि में कोई मान-सम्मान नहीं होता उसे जीते-जी मरे हुए के समान समझना चाहिए। इतिहास में ऐसे अनेक उदाहरण मिलते हैं...
View Articleआएंगे भगवान अब आपके द्वार बस करने होंगे ये कामआएंगे भगवान अब आपके द्वार बस...
यह बात सही है कि श्रीहरिनाम अथवा भगवान के नाम का जप अथवा संकीर्तन करते रहने से, मुक्ति मिल जाती है, समस्त प्रकार के पापों का नाश हो जाता है। किन्तु यह फल हरिनाम संकीर्तन का मुख्य फल नहीं है, ये तो...
View Articleकोलकाता के भूपेन राय रोड पर श्रीचैतन्य आश्रम नामक मठ की स्थापना कुछ ऐसे...
बात उन दिनों की है जब जगद्गुरु श्रील भक्ति सिद्धांत सरस्वती गोस्वामी ठाकुर 'प्रभुपाद' जी के प्रिय शिष्य परमपूज्यपाद श्रील भक्ति कुमुद सन्त गोस्वामी महाराज जी कोलकाता शहर में एक मठ-मंदिर बनाने की सोच...
View Articleकिन्नरों के लिए यह स्थान श्रद्धा का केंद्र है और उनका यह प्रधान तीर्थ स्थान...
प्राचीन काल में अहमदाबाद के समीप अवस्थित बहुचार जी मंदिर में अनूठा और निराला तालाब था जिसमें स्नान करने तो महिला जाती थी मगर जब वो बाहर आती थी तो वो पुरूष बन जाती थी। मान्यता है की बहुचार जी मंदिर...
View Articleबूढ़ेश्वर महादेव की आरती के लिए रामेश्वर से मंगवाई जाती है भस्मबूढ़ेश्वर...
छत्तीसगढ़ की राजधानी बूढ़ापारा में स्वयंभू बूढ़ेश्वर महादेव का मंदिर स्थित है। बूढ़ेश्वर महादेव की आरती के लिए रामेश्वर से भस्म मंगवाई जाता है। यहां प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती होती है। भस्म आरती के...
View Articleश्रीकृष्ण व बलराम ने यहां रहकर की थी शिक्षा ग्रहणश्रीकृष्ण व बलराम ने यहां...
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ। वासुदेव श्रीकृष्ण को गोकुल में यशोदा मां के पास छोड़ आए थे। जहां उनका पालन-पोषण हुआ था। श्रीकृष्ण ने कंस का वध करके मथुरा का राज महाराज उग्रसेन को...
View Articleदोषी वह नहीं जो कामचोर है बल्कि दोषी वह है जो दूसरों को आलसी बनाता हैदोषी वह...
किसी सेठ के पास कई कर्मचारी काम करते थे। प्राय: सभी आलसी और कमजोर थे, केवल किरीट ही ईमानदार और मेहनती था। वह अपना काम करने के अलावा दूसरों के बचे कार्यों को भी पूरा कर देता था। एक दिन सेठ ने अपने...
View Articleमहाभारत युद्ध समाप्त होने के बाद जानें क्या हुआ फिरमहाभारत युद्ध समाप्त होने...
महाभारत युद्ध समाप्त होने के बाद महाराजा युधिष्ठिर ने राज्य का शासन-भार अपने पोते परीक्षित को सौंप दिया। फिर वे चारों भाइयों और द्रौपदी के साथ हिमालय की ओर चले गए। परीक्षित जब राजा बने, तो उनके सामने...
View Articleअगर नहीं है आपके बच्चों का मन पढ़ाई में तो अपनाये वास्तु के ये उपायअगर नहीं है...
बच्चों का स्वभाव चंचल होने से वे हर घड़ी खेलकूद ही करते रहते हैं। ऐसे में माता-पिता इस बात से चिंतित हो जाते हैं कि उनका ध्यान पढ़ाई में कैसे लगाए। ऐसी स्थिति में उनके कमरे को वास्तु के अनुसार बनाएं।...
View Articleभवन निर्माण के समय इन बातों का ध्यान अतिआवश्यक हैभवन निर्माण के समय इन बातों...
मानव सर्वश्रेष्ठ प्राणी है, अत: सुख शांतिपूर्वक रहने के लिए आवास में वास्तु की जरूरत होती है। नए घर के निर्माण के लिए भूमि चयन, भूमि परीक्षा, भूखंडों का आकार-प्रकार, भवन निर्माण विधि एवं पंच तत्वों पर...
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