वृहस्पतिदेव की कहानीवृहस्पतिदेव की कहानी
प्राचीनकाल में एक बहुत ही निर्धन ब्राहमण था. उसके कोई संन्तान न थी. वह नित्य पूजा-पाठ करता, उसकी स्त्री न स्नान करती और न किसी देवता का पूजन करती. इस कारण ब्राहमण देवता बहुत दुखी रहते थे. भगवान की...
View Articleबौद्ध धर्म में शामिल है यह चीज़बौद्ध धर्म में शामिल है यह चीज़
बौद्ध धर्म को समझने के लिए इस धर्म के मुख्य सिद्धांतों को समझना बेहद जरूरी है। गौतम बुद्ध द्वारा स्थापित बौद्ध धर्म व्यवहार, आदर्श और बेहतर मानव जीवन की और अग्रसर रहता है। बौद्ध धर्म जिन चार मुख्य...
View Articleसिख धर्म भी गृहस्थ जीवन को देता है बढ़ावासिख धर्म भी गृहस्थ जीवन को देता है बढ़ावा
सिख धर्म के प्रमुख तत्वों में से एक है सामान्य गृहस्थ जीवन को बढ़ावा देना। चूंकि सिख समाज अंधविश्वासों और संत आदि से दूर रहता है इसलिए इस धर्म में संन्यासी जीवन को प्रधानता नहीं दी जाती है। कर्म के साथ...
View Articleजाने सिख धर्म के अंतर्गत नर्म मार्ग के बारे मेंजाने सिख धर्म के अंतर्गत नर्म...
सिख धर्म के प्रमुख धार्मिक तत्वों में से एक है नर्म मार्ग। दरअसल नर्म मार्ग प्रतिदिन ईश्वर का स्मरण करने पर ज़ोर देता है। सिख धर्म के अनुसार जिस तरह हम प्रतिदिन खाना खाते हैं, सांस लेते हैं उसी तरह...
View Articleअल्लाह ही एकमात्र भगवान हैअल्लाह ही एकमात्र भगवान है
मुसलमान एक ही ईश्वर को मानते हैं, जिसे वो अल्लाह (फ़ारसी: ख़ुदा) कहते हैं। एकेश्वरवाद को अरबी में तौहीद कहते हैं, जो शब्द वाहिद से आता है जिसका अर्थ है एक। इस्लाम में इश्वर को मानव की समझ से ऊपर समझा...
View Articleबौद्ध धर्म के अंतर्गत साम्प्रदाय को पहचानेबौद्ध धर्म के अंतर्गत साम्प्रदाय को...
बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और दर्शन है। इसके प्रस्थापक महात्मा बुद्ध शाक्यमुनि (गौतम बुद्ध) थे। वे 563 ईसा पूर्व से 483 ईसा पूर्व तक रहे। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों...
View Articleईसाई धर्म के महत्वपूर्ण पदईसाई धर्म के महत्वपूर्ण पद
दुनिया के सभी मुख्य धर्मों की तरह ईसाई धर्म भी एक ईश्वर की भावना पर विश्वास करता है। उनके अनुसार ईश्वर एक हैं और हमारी सेवा और मार्गदर्शन के लिए वह अपने पुत्रों को हमारे बीच भेजता है जैसे यीशु मसीह और...
View Articleइस किताब में मूसा नामक पात्र के जीवन की घटनाएं हैंइस किताब में मूसा नामक...
निर्गमन किताब को 1440 और 1400 ईसा पूर्व के बीच लिखा गया था। कई जगह इसे बाइबल के प्रथम खंड के रूप में भी वर्णित किया गया है। निर्गमन शब्द का अर्थ प्रस्थान करना होता है। इस किताब में “मूसा” नामक पात्र...
View Articleसिख धर्म में कड़े को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता हैसिख धर्म में कड़े को बेहद...
कड़ा सिख पंच ककारों में से एक कड़े को बेहद महत्वपूर्ण समझा जाता है। कड़ा स्टील से बना हाथ में पहनने वाली एक वस्तु होती है। इसे अमूमन बाएं यानि सीधे हाथ में पहना जाता है। सिख धर्म में कड़े को बेहद...
View Articleजाने सिख धर्म में केशों का महत्वजाने सिख धर्म में केशों का महत्व
लंबे केश रखना सिख धर्म में अनिवार्य माना गया है। यह एक सिख को गुरु की तरह बर्ताव करने की याद दिलाता है। लंबे बाल रखने के पीछे कई धार्मिक और वैज्ञानिक पहलू भी हैं। लंबे बाल जहां एक तरफ सिख समुदाय को...
View Articleक्यों दी जाती हैै दीक्षाक्यों दी जाती हैै दीक्षा
दीक्षित करने के लाखों तरीके हैं। जीवन के हर पहलू का इस्तेमाल किसी व्यक्ति के जीवन को प्रेरित करने के लिए, उसे रूपांतरित करने के लिए किया जा सकता है। बात सिर्फ इतनी है कि कुछ लोगों के साथ यह औपचारिक...
View Articleक्या होता है कलयुग और द्वापर युग मेंक्या होता है कलयुग और द्वापर युग में
मानसिक, दृश्य संबंधी और सूघने की क्षमता के धरातल से निकल कर कल युग में बोध पूरी तरह से इंसानों के जबानी संवाद पर आधारित हो जाता है। और तब उनका मुंह ही सबसे बड़ी चीज हो जाता है। जब सौर मंडल युगों से हो...
View Articleबोधिधर्म की एक बौद्ध कथाबोधिधर्म की एक बौद्ध कथा
आज से करीब 1500 साल पहले चीन में वू नाम का एक राजा था, जो बौद्ध धर्म का महान संरक्षक था। उसका बड़ा मन था कि भारत से कोई बौद्ध शिक्षक चीन आए और बौद्ध धर्म के संदेशों का प्रचार-प्रसार करे। इसके लिए उसने...
View Articleखुदा का इनाम है 'ईद-उल फितर'खुदा का इनाम है 'ईद-उल फितर'
रमजान माह की इबादतों और रोजे के बाद जलवा अफरोज हुआ ईद-उल फितर का त्योहार खुदा का इनाम है, मुसर्रतों का आगाज है, खुशखबरी की महक है, खुशियों का गुलदस्ता है, मुस्कुराहटों का मौसम है, रौनक का जश्न है।...
View Articleक्या किया जाता है श्रुत पंचमी के दिनक्या किया जाता है श्रुत पंचमी के दिन
श्रुत पंचमी जैन धर्म का प्रमुख त्यौहार है। जैन धर्म के अनुसार इस दिन पहली बार जैन धर्म के ग्रंथ को पढ़ा गया था। मान्यतानुसार पुष्पदंत जी महाराज एवं मुनि श्री भूतबली जी महाराज करीब 2000 वर्ष पूर्व...
View Articleजाने बौद्ध धर्म के दार्शनिक मत और मुख्य पुस्तकों के बारे मेंजाने बौद्ध धर्म...
बौद्ध दार्शनिक मत बौद्ध धर्म भारत में शुरु हुए प्रमुख धर्मों में से एक है। महात्मा बुद्ध द्वारा स्थापित इस धर्म की मुख्य विशेषता यह है कि यह लोगों को जीवन जीने के मार्ग दिखाने के साथ उसे अपने मतों...
View Articleगुरु राम दास को जेठा नाम से भी पुकारा जाता थागुरु राम दास को जेठा नाम से भी...
सिख धर्म के चौथे गुरु राम दास जी का जन्म बाबा हरदास मल्ल व माता दया कौर के घर 26 आश्विन कार्तिक वादी 2 संवत 1591 (24 सितंबर 1534) को चूना मंडी लाहौर में हुआ। गुरु राम दास को जेठा नाम से भी पुकारा जाता...
View Articleगुरु अंगद देव जी को गुरु पद की उपाधि प्राप्त हुईगुरु अंगद देव जी को गुरु पद...
सिख समुदाय के द्वितीय सत-गुरु अंगद देव जी का जन्म पाँच बैसाख संवत 1561 (31 मार्च 1504) को गाँव मत्ते की सराय जिला फ़िरोज़पुर में फेरुमल और दया कौर के घर हुआ। अंगद देव जी को लहना (लहीणा) नाम से भी जाना...
View Articleकिचिन को गलत जगह बनने से होती है लड़ाईकिचिन को गलत जगह बनने से होती है लड़ाई
रसोईघर (किचिन), घर का एक महत्वपूर्ण भाग है। यदि मनुष्य अच्छा भोजन करता है तो उसका दिन भी अच्छा गुजरता है। दुनिया के हर धर्म में रसोईघर को बेहद अहम माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अतिरिक्त फेंगशुई में...
View Articleये 7 उपाय हों साथ तो जिंदगी बन सकती है खासये 7 उपाय हों साथ तो जिंदगी बन सकती...
वास्तु जिंदगी पर कैसे प्रभाव डालता है? इस बात को आप आजमा कर ही समझ सकते हैं। भले ही वास्तु के उपाय भले ही छोटे-छोटे होते हैं, लेकिन जिंदगी में ये बहुत कारगर सिद्ध होते हैं। ऐसे ही कुछ वास्तु उपाय...
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