
शिव आराधना से मिलता है शनि कष्टों का समाधान यूं तो श्रावण मास में हर दिन शिव की आराधना के लिए श्रेष्ठ है लेकिन मगर सोमवार का दिन काफी अच्छा होता है। दरअसल सोमवार भगवन शिव का प्रिय दिन होता है। इस दिन भगवान शिव को विशेषतौर पर स्मरण किया जाता है लेकिन यदि श्रावण मास के शनिवार को भी शिव की आराधना की जाए तो श्रद्धालुओं को पुण्य मिलता है। श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की दशमी विजय की तिथि होती है। यह तिथि किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ होती है। इस दिन योग व कर्ण नक्षत्र आ रहे हैं।
यह योग्य बेहद शुभ होता है। यदि श्रावण मास के शनिवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाए तो शनि कष्टों से भी निवारण होता है। कई ऐसे मंदिर भी हैं जहां भगवान शनि देव को शिवलिंग के तौर पर माना जाता है। यही नहीं भगवान पर तेल, काला कपड़ा आदि चढ़ाया जाता है।
मगर यदि भगवान शिव की आराधना की जाए तो शनि कष्टों से मुक्ति मिलती है। भगवान श्री हनुमान जो कि अष्टचिरंजीव में शामिल हैं वे रूद्रावतार ही हैं और साक्षात् शिव की शक्ति हैं। ऐसे में शिव की उपासना करने का बड़ा लाभ होता है और व्यक्ति के दिन सुधर जाते हैं।