
भगवान को लेकर लोगों में कौतूहल होता है. आखिर भगवान कौन हैं? ये कहां से आते हैं? भगवान में सबसे पहले किसका अस्तित्व विकसित हुआ? और कौन से भगवान प्रथम थे? लेकिन इन सभी में एक बात प्रमुखता से कही जाती है जिन्हें आदि देव कहा जाता है वे ही महादेव इस जगत के स्वामी हैं।
वस्तुतः भगवान की उत्पत्ती का वर्णन पुराणों में मिलता है. जहां शिव पुराण में शिव को ही प्रमुख माना गया है वहां विष्णु पुराण में कहा गया है कि भगवान श्री हरिविष्णु की नाभि से कमल निकला इस कमल से ही ब्रह्मा जी निकले और विष्णु जी के मस्तक से एक तेज प्रकट हुआ जिसे शिव कहा गया. मगर शिव जी को लेकर शिव पुराण में कहा गया है कि इस धरती पर केवल शिव थे. शिव जी ही आदि देव कहे गए हैं।
उन्हें आदिनाथ या महादेव कहा जाता है. भगवान शिव ने कैलाश पर्वत को अपना निवास बनाया. उनके निवास अर्थात कैलाश पर्वत के नीचे पाताल लोक है तो दूसरी ओर उपर वायुमंडल की समाप्ति होने पर देवलोक आता है. नेशनल जियोग्राफिक का अध्ययन बताता है कि धरती का सबसे प्राचीन भूभाग तिब्बत ही है. इसके चारों ओर समुद्र था. कालांतर में समुद्र कुछ हटा और फिर धरती का भाग आता चला गया फिर इन भागों पर जीवन विकसित हुआ. मगर शिव को ही हम प्रमुख देव मानते हैं।